135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तबाही लेकर बढ़ रहा है चक्रवाती तूफान ‘रेमल’, कोलकाता एयरपोर्ट बंद, सात राज्यों में देखने को मिलेगा असर

बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव ‘रेमल’ चक्रवात में तब्दील हो चुका है। इसके आज (रविवार-सोमवार दरम्यिानी रात) आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्र तट से टकराने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी -India Meteorological Department) ने के अनुसार, चक्रवात ‘रेमल’ रविवार अगले कुछ घंटों में ( दोपहर तक) एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। IMD के मुताबिक इसका असर पश्चिम बंगाल में देखने को मिलने लगा है। बंगाल में अभी से मौसम बदलने लगा है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरे उठने लगी है। वहीं चक्रवाती तूफान रेमल की वजह से कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट को रविवार दोपहर से सोमवार सुबह तक के लिए बंद कर दिया गया है। रेमल का असर सात राज्यों में देखने को मिल सकता है।

आईएमडी ने रेमल को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसके बाद प्रभावित क्षेत्रों वाले इलाके में नाविकों के समुद्र में जाने पर रोक लगा दी गई है। तयीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है।

चक्रवात में तब्दील हो चुके ‘रेमल’ के रविवार की आधी रात को 110-120 किमी प्रति घंटे से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्री तटों से टकराने की आशंका है। इसके मद्देनजर 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओड़िशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।

पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में 1.5 मीटर तक उठ सकतीं हैं लहरें

मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान के समुद्र तट से टकराने के समय तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में 1.5 मीटर तक तूफानी लहरें उठ सकतीं हैं। यह खेपुपारा से लगभग 360 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप से 350 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।

इन-इन राज्यों में दिखेगा असर
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों बालासोर, भद्रक और केंद्रपाड़ा में 26 मई और 27 मई को भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा 27 मई को मयूरभंज में भारी वर्षा होने की संभावना है। 26 मई को मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में ज्यादातर स्थानों पर हल्की बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 27 और 28 मई को असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में बारिश का अनुमान है। बिहार के कुछ स्थानों में भी बारिश हो सकती है। त्रिपुरा सरकार ने अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश, तेज हवाओं और तूफान की चेतावनी के बाद सभी आठ जिलों में अलर्ट जारी किया है। अतिरिक्त सचिव (राजस्व) तमल मजूमदार ने कहा कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण 28 मई तक राज्य में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।  झारखंड में भी ‘रेमल’ का असर देखने को मिलेगा। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूरे झारखंड में इसका असर नहीं रहेगा।

  • सम्बंधित खबरे

    कर्नाटक में बिना परमिशन जांच नहीं कर सकेगी CBI, सिद्धारमैया सरकार का बड़ा फैसला

    केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को राज्य में मामलों की जांच के लिए एजेंसी को दी गई सामान्य सहमति वापस लेने का फैसला…

    महाराष्ट्र-झारखंड में विधानसभा चुनाव पर अपडेट; अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में घोषणा हो सकती है

    चुनाव आयोग की टीम महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेने बृहस्पतिवार को देर शाम मुंबई पहुंची। महाराष्ट्र के दौरे पर पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    व्यापार

    इस शेयर ने निवेशकों की भर दी झोली, एक साल में दिया 336 रुपए का रिटर्न, अब की डिविडेंट की घोषणा

    इस शेयर ने निवेशकों की भर दी झोली, एक साल में दिया 336 रुपए का रिटर्न, अब की डिविडेंट की घोषणा

    शेयर बाजार में बढ़त; सेंसेक्स 500 अंक चढ़ा, निफ्टी 25550 के पार

    शेयर बाजार में बढ़त; सेंसेक्स 500 अंक चढ़ा, निफ्टी 25550 के पार

    शेयर बाजार में सुस्ती; सेंसेक्स 52.33 अंक टूटा, निफ्टी 25400 के नीचे

    शेयर बाजार में सुस्ती; सेंसेक्स 52.33 अंक टूटा, निफ्टी 25400 के नीचे

    भारत में 2014 से चीनी लहसुन पर लगा हुआ है प्रतिबंध, सेहत के लिए है खतरनाक

    भारत में 2014 से चीनी लहसुन पर लगा हुआ है प्रतिबंध, सेहत के लिए है खतरनाक

    शेयर बाजार में सुस्त शुरुआत; सेंसेक्स 535अंक फिसला, निफ्टी 24990 के नीचे

    शेयर बाजार में सुस्त शुरुआत; सेंसेक्स 535अंक फिसला, निफ्टी 24990 के नीचे

     कैसे काम करता है इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, कार में बैठे लोगों को मिलती है सुरक्षा

     कैसे काम करता है इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, कार में बैठे लोगों को मिलती है सुरक्षा
    Translate »
    error: Content is protected !!