देवास के कांग्रेस नेता मनोज राजानी ने मामले की शिकायत एसपी से की है. कांग्रेस नेता मनोज राजानी ने बताया कि जब विधानसभा चल रही थी, उसी समय उनके मोबाइल पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के फोन नंबर से एक कॉल आया.
सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि “मैं कमलनाथ जी के यहां से बोल रहा हूं और आप 10 का इंतजाम कर लो, आपके पास जयपुर के विनय गहलोत का फोन आएगा, उन्हें यह सामान पहुंचा देना”. फोन पर इतनी बात सुनने के बाद मनोज राजानी के होश गए. उन्होंने कहा कि उनकी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से कई बार बात हुई लेकिन इस प्रकार का संदेश सुनकर वे सन्न रह गए.
इस फोन के 6 मिनट बाद विनोद गहलोत नाम से फोन आया फोन करने वाले ने कहा कि “साहब के यहां से जो संदेश आया है उसे पूरा कर दीजिए”. इस बात की जानकारी जब विधायक सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री के दफ्तर तक पहुंची तो सीधे पुलिस में शिकायत करने का संदेश मिला. राजानी ने बताया कि उन्होंने देवास एसपी को लिखित शिकायत करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
साइबर सेल कर रही है पड़ताल
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक केवल मनोज राजानी ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के कई नेताओं के पास इस प्रकार के फोन पहुंचे थे. सबसे खास बात यह रही कि फोन की स्क्रीन पर वही नंबर दिखाई दे रहा था जो कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का है, इसलिए कांग्रेस के नेता भ्रमित हो गए.
हाईटेक टेक्नोलॉजी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का मोबाइल हैक करने की भी खबर सोशल मीडिया पर चल रही है. साइबर सेल ने भरोसा दिलाया कि वे मामले की पड़ताल कर दोषियों का पता लगाने की कोशिश करेंगे. इसी बीच पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के अन्य नेताओं से भी राशि मांगने वाले कुछ जालसाजों को हिरासत में ले लिया गया है.