ग्वालियर । हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों के मतों की काउंटिंग पूरी हो गई। अध्यक्ष उपाध्यक्ष, सचिव, सह सचिव कोषाध्यक्ष, मास्टर आफ लाइब्रेरी सहित कार्यकारिणी सदस्यों मत गिन चुके हैं। उन्हें जीत का प्रमाण पत्र भी मिल गया है। अब शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद नई कार्यकारिणी कार्य शुरू कर देगी।
इस बार के चुनाव में दो बार उम्मीदवारों ने हंगामा किया है। पहला सचिव के मतों की गितनी के दौरान मारपीट हुई। सह सचिव के मतों की गिनती को लेकर हंगामा भी हुआ। उम्मीदवारों ने प्रदर्शन भी किया। उम्मीदवारों के एजेटों ने बाहर फोन करके जीत की सूचना दे दी, जब रिजल्ट घोषित हुआ तो हार मिली। इसी बात को लेकर हंगामा किया। इस बार हुए हंगामे की कोर्ट के गलियारों में चर्चा है। जिस तरह से हंगामे किए गए, उसको लेकर अधिवक्ता उसे अच्छा नहीं कह रहे हैं। इन हंगामों को बार की साख के लिए बुरा कहा है।
जातीय समीकरण रहे चुनाव में हावी
– इस बार के चुनाव में जातीय समीकरण हावी रहे हैं। हारे हुए उम्मीदवार भीतरघात का भी आरोप लगा रहे हैं। क्योंकि प्रचार दूसरे के लिए कर रहे थे। जो उम्मीदवार जीत कर आए, उनके साथ खड़े हो गए।
– जिला न्यायालय में प्रेक्टिस करने वाले अधिवक्ताओं जीत में निर्णायक रहे। इस कारण जिला न्यायालय में पैरवी करने वाले अधिवक्ता पदाधिकारी पद पर जीते हैं।
– हारे हुए उम्मीदवारों ने अपना आत्म परीक्षण करना शुरू कर दिया है। भीतर घाट किस-किसने किया है। इस बार स्टेट बार काउंसिल के सदस्यों के बीच भीतर घात अधिक हुआ है। विरोध जीत न जाए, उसको लेकर वोट ट्रांसफर कर दिए हैं।