इंदौर के आजाद नगर में रहने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले वह कोर्ट पेशी से घर लौटा था। उसकी पत्नी ने एक साल पहले कोर्ट में तलाक के लिए आवेदन दिया था। युवक के परिजनों ने आरोप लगाया कि पत्नी के पिता उसे पेशी के दौरान प्रताडि़त भी करते थे।
उज्जैन कोर्ट से लौटने के बाद आजाद नगर निवासी दिनेश मांगीलाल ने घर में फांसी लगाई। भाई ने एक प्रोग्राम में उसे ले जाने के लिए दारवाजा खटखटाया था। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला तो उसने भीतर झांका। दिनेश फंदे पर झूलता मिला। परिजनों ने बताया कि दिनेश पर उसकी पत्नी ने दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा को लेकर कोर्ट केस कर रखा था। जब भी वह उज्जैन कोर्ट में सुनवाई के लिए जाता था तो पत्नी के पिता उसे धमकाते थे।
17 साल पहले हुई थी शादी
दिनेश की शादी को 17 साल हो गए और दो बच्चे है। पत्नी ने नौकरी करने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद दिनेश ने पत्नी मनीषा को नर्सिंग की पढ़ाई कराई। परिवार ने कहा कि दिनेश ने पत्नी की पढ़ाई के दौरान पूरा खर्च उठाया था। पढ़ाई पूरी होने के बाद मनीषा की नौकरी भी लग गई थी। दिनेश ने 12 तक ही पढ़ाई की थी और ड्रायवरी करता था। मनीषा की नौकरी लगने के बाद दोनों के बीच विवाद होने लगे। मनीषा नहीं चाहती थी कि दिनेश ड्रायवरी करे।