

जैसे ही सीएम ने भवन का उद्घाटन किया वहां जय महाकाल, जय मां नर्मदे और जय मां मैहर वाली के नारे लगे। इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक विमानन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, खजुराहो सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुरलीधर राव सहित मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद के सदस्य और अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर नए भवन का लोकार्पण किया। इस मध्य प्रदेश भवन का निर्माण चाणक्यपुरी क्षेत्र में जीसस एंड मेरी मार्ग पर डेढ़ एकड़ में लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भवन का प्रत्येक फ्लोर प्रदेश की अलग संस्कृति को दर्शाता है। भवन में बाहर से लेकर अंदर तक हर कदम पर राज्य की धार्मिक, सांस्कृतिक, कला और परंपरा प्रदर्शित है, जो मध्यप्रदेश के कण-कण से रू-ब-रू कराएगी। इस भवन में विस्तृत विचार-विमर्श के बाद 108 कक्ष बनाए गए हैं। हमारे योग शास्त्र में 108 का अंक आध्यात्मिक परिपूर्णता का प्रतीक है और वैदिक विज्ञान के अनुसार 108 सृष्टि की संपूर्णता का द्योतक है। यह ब्रह्मांड और हमारे एकमेव होने का उदाहरण है।

नए मध्यप्रदेश भवन का उद्घाटन भले ही सीएम ने कर दिया है, लेकिन भवन को औपचारिक रूप से शुरू होने अभी एक माह से ज्यादा का वक्त लग सकता है। 108 कमरों वाले भव्य भवन में अभी फिनिशिंग बची है। कुछ छोटे-छोटे काम भी चल रहे हैं। केंद्र सरकार की जिस एजेंसी ने इस भवन में काम किया है, उसे कुछ वक्त और चाहिए। सभी काम पूरे होने एक से डेढ़ माह का वक्त लगेगा।