नई दिल्ली :सोशल मीडिया पर प्रचार के मामले में भाजपा आम आदमी पार्टी से ज्यादा आक्रामक नजर आ रही। फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी मेटा के मुताबिक, इन दिनों सबसे ज्यादा विज्ञापन गुजरात और उसके बाद दिल्ली चुनाव के लिए दिए जा रहे हैं। मेटा एड लाइब्रेरी के पिछले तीन महीने के आकंड़ों को देखें तो गुजरात के लिए 11.58 करोड़ रुपए तो वहीं दिल्ली चुनाव के लिए 2 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इनमें भाजपा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से काफी आगे है।
भाजपा ने तेज किया खर्च
पिछले एक महीने में भाजपा ने सोशल मीडिया कैंपेन का खर्च तेज किया। और इस मामले में वह पहले स्थान पर पहुंच गई है। ‘गुजरातबीजेपी’ पेज पर 1.9 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ‘भाजपादिल्ली’ 61 लाख खर्च के साथ तीसरे नंबर पर है। वहीं ‘एक मोको आप ने’ नाम के पेज पर 25 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।
पंजाब सरकार के विज्ञापनों की भरमार
तीन महीने के कुल खर्च में सबसे ऊपर पंजाब सरकार की ओर से दिए गए सरकारी विज्ञापन हैं। इस पर 3.8 करोड़ रुपए खर्च किया जा रहे हैं। दूसरे स्थान पर गुजरात से केजरीवाल विरोधी पेज पर होने वाला खर्च है। ‘एक धोखो केजरीवाल’ नाम के पेज पर तीन करोड़ रुपये का खर्चा हो रहा है। गुजरात भाजपा की तरफ से दो करोड़ तो आम आदमी पार्टी की तरफ से 1.13 करोड़ की रकम खर्च की जा रही। वहीं, ‘नरेंद्र भूपेंद्र’ नाम के पेज पर भी 30 लाख रुपए खर्च हुए हैं। गुजरात कांग्रेस इस खर्च में काफी नीचे है और उसकी तरफ से 71 लाख रुपए फेसबुक कैंपेन पर खर्च हो रहे हैं। दिल्ली भाजपा की तरफ से 61 लाख रुपए खर्च हुए हैं। इन विज्ञापनों की जंग में सीधी टक्कर भाजपा और आम आदमी पार्टी की दिखाई दे रही है। भाजपा और उनके समर्थन वाले विज्ञापनों का खर्च बाकी सभी दलों के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
यूपी, पंजाब चुनाव में ये था हाल
जनवरी 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 90 दिनों के आंकड़ों में राजनीतिक दलों के विज्ञापनों के मामले में भाजपा सबसे ऊपर थी। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस फेसबुक कैंपेन में भाजपा के पीछे थी। समाजवादी और बहुजन समाजवादी पार्टी शीर्ष 10 में भी नहीं थी। भाजपा ने तब तीन महीनों में करीब 1.5 करोड़ रुपए खर्च कर 1132 विज्ञापन दिए थे। दूसरे स्थान पर कांग्रेस का कैंपेन ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ था। इस पर 43 लाख खर्च कर 800 से ज्यादा विज्ञापन चलाए गए।
कांग्रेस का फोकस पंजाब में ज्यादा था
2022 के चुनावों में कांग्रेस का फोकस यूपी से ज्यादा पंजाब पर दिखाई दे रहा था। पंजाब कांग्रेस विज्ञापनों के मामले में तीसरे नंबर पर थी। पार्टी ने 42 लाख खर्च कर 1638 विज्ञापन चलाए थे।
बंगाल चुनाव में ममता आगे
अप्रैल 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान फेसबुक पर साढ़े छह करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम विज्ञापन के लिए खर्च की गई थी। इसमें ममता बनर्जी के समर्थन वाले फेसबुक पेज पर भाजपा के मुकाबले ज्यादा खर्च किया जा रहा था। हालांकि, आखिरी दौर में भाजपा ने खर्च बढ़ा दिया था। कुल 90 दिनों का औसत देखा जाए तो ममता के समर्थन में 3.2 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिए गए जबकि वेस्ट बंगाल भाजपा के पेज पर 1.5 करोड़ रुपए खर्च किए गए। फरवरी 2019 से लेकर अब तक फेसबुक पर करीब 240 करोड़ रुपए खर्च कर 14.33 लाख विज्ञापन दिए जा चुके हैं जो राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों से जुड़े हुए हैं।