नई दिल्ली । गूगल बेंगलुरू में एक कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) शोध इकाई स्थापित कर रही है। गूगल की योजना भारत के लिए उत्पाद विकसित कर वैश्विक स्तर पर ले जाना जारी रखने की है। कंपनी की एआई प्रयोगशाला गूगल रिसर्च इंडिया’ कंप्यूटर विज्ञान के बुनियादी शोध और एआई शोध पर ध्यान देगी। एआई विज्ञानी मनीष गुप्ता के नेतृत्व में गूगल की शोध टीम के अलावा कंपनी देशभर में शोधार्थियों के समुदाय के साथ साझेदारी भी करेगी ताकि स्वास्थ्य देखभाल,कृषि और शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों के समाधान खोजे जा सकें। गुगल के उपाध्यक्ष (नेक्स्ट बिलियन यूजर्स एंड पेमेंट्स) सीजर सेनगुप्ता ने कहा, हम भारत से अविश्वसनीय तौर पर प्रेरित हैं। यहां विश्व स्तरीय इंजीनियरिंग प्रतिभा, मजबूत कंप्यूटर विज्ञान कार्यक्रम और उद्यमिता है। भारत के पास एआई के विकास और इसे लागू करके बड़ी चुनौतियों से निपटने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि कंपनी नए उत्पाद पेश कर रही है और इसमें ऐसे फीचर जोड़ रही है जो मौजूदा इंटरनेट उपयोक्ताओं के साथ-साथ पहली बार इंटरनेट उपयोग करने वालों की भी मदद करने में सक्षम हैं। उन्होंने यह बात यहां ‘गूगल फॉर इंडिया’ कार्यक्रम में कही। इस मौके पर मौजूद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि गूगल जैसी बड़े प्रौद्योगिकी मंचों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके उत्पाद उपयोक्ताओं के लिए सुरक्षित हों।
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