अशोकनगर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मजबूत नेता व पूर्व में केंद्रीय मंत्री रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया की जुबान में आज हल्का दर्द देखने को मिला। एक ओर जहां उन्हें लगातार जल्द ही कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात सामने आ रही है।
वहीं मंगलवार को सिंधिया के ये शब्द की वो सौभाग्य मुझे नहीं मिला शायद मेरी कोई कमी रह गई ने अचानक लोगों को सकते में डाल दिया है। दरअसल मंगलवार को बर्बाद फसलों का जायजा लेने अशोक नगर पहुंचे सिंधिया अपने भाषण के दौरान अचानक भावुक हो गए। यहां उन्होंने कहा कि मैं पहली बार चुनाव के बाद आपके समक्ष में आया हूं।
17 साल सौभाग्य मिला है, मुझे आपका झंडा उठाकर देश के हर कोने में ले जाने का इस बार वो सौभाग्य मुझे नहीं मिला शायद मेरी कोई कमी रह गई। अशोकनगर पहुंचे सिंधिया ने कहा कि आज जब आपके दुख का समय है तो मेरा काम है आपको ढ़ांढ़स बंधना ओर राहत पहुंचना।
इस दौरे के बाद दोनों मंत्री और सारे विधायकों के साथ में मुख्यमंत्री से मिलूंगा। उनके साथ राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत ओर जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया भी साथ मे रहे.
मुंगावली में भाषण के दौरान हुए भावुक… लोकसभा चुनाव में हार के बाद पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया किसानों की बर्बाद फसलों का जायजा लेने पहली बार पहुंचे क्षेत्र में आए। इस बार हुई भारी बारिश के चलते जहां एक ओर जिले के कई क्षेत्रों में बाढ़ से हालात बन गए थे,वहीं अत्यधिक वर्षा के चलते किसानों की फसलें तक चौपट हो गईं।
सिंधिया का दर्द… जानकारों की मानें तो गुना हमेशा ही सिंधिया परिवार की अपनी सीट कहलाती थी, लेकिन इस लोकसभा चुनाव में हुए उल्टफेर के चलते यह सीट सिंधिया परिवार के हाथों से निकल गई।
ऐसे में सिंधिया वंश की गढ़ सीट गुना पर इस बार करीब 20 साल बाद भगवा पार्टी का कब्जा हो गया। गुना लोकसभा सीट में शिवपुरी,पिछोर,कोलारस,बमोरी,गुना,अशोक नगर,चंदेरी,मुंगावली क्षेत्र आते हैं।