नई दिल्ली:महाराष्ट्र में मानसून आने वाला है। दो दिनों बाद यहां बारिश के आसार हैं। गुजरात में भी इसका असर देखने को मिलेगा। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश को पहुंचने में एक हफ्ता लग जाएगा। मौसम विज्ञान विभाग ने 15 जून के बाद इन दिल्ली समेत इन 7 राज्यों में बारिश की संभावना जताई है।
पश्चिम-उत्तर भारत के दिल्ली-राजस्थान से सटे राज्यों में पारा 44 डिग्री के ऊपर है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून आने में देरी नहीं है। अच्छे मानसून के संकेत मिलने लगे हैं। इसका अनुमान तेज हवाओं और बादलों से लगाया जा सकता है।
मानसूनी बारिश से अलर्ट भी
मानसूनी बारिश से भारी बारिश की चेतावनी भी है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अभी से इन तीन राज्यों में भारी बारिश के संकेत दिखने लगे हैं। आने वाले 5 दिन मुश्किल भरे रहेंगे। मानसूनी बारिश पूर्वोत्तर के इन 3 राज्यों में बाढ़ ला सकती है।
इन 5 राज्यों में पहले होगी बारिश
दूसरे राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में मानसून का असर पहले देखने को मिलेगा। यहां दो दिनों में बारिश की पूरी संभावना है। इसके बाद मानसून राजस्थान से होता हुआ आगे बढ़ेगा। दिल्ली-हरियाणा से होते हुए उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड पहुंचने की संभावना है। इनसे सटे राज्यों में भी छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है।
जून-सितंबर में होगी सामान्य बारिश
जून और सितंबर के बीच सामान्य बारिश के संकेत मिल रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि यह लगातार सातवां ऐसा साल होगा, जब जून और सितंबर के बीच सामान्य बारिश दर्ज की जाएगी।
पश्चिम-उत्तर भारत में अभी सताएगी गर्मी
पश्चिम-उत्तर और मध्य भारत में 15 जून के बाद बारिश हो सकती है। फिलहाल, लोगों को लू से राहत नहीं मिलेगी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत 7 राज्य अभी गर्म हवाओं की चपेट में ही रहेंगे। बीते 3 दिनों में यहां पारा 44 डिग्री के ऊपर रहा है। एक हफ्ते में गर्म हवाएं और तेज हो सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून अगले एक हफ्ते तक कमजोर रहेगा। तब तक तापमान बढ़ने के आसार बने रहेंगे। अभी मानसून दक्षिण-पश्चिम तमिलनाडु, पुडुचेरी और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य हिस्सों में आगे बढ़ा है।
7 राज्यों में सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा तापमान
भीषण गर्मी और लू की मार झेल रहे 7 राज्यों की बात करें तो दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में पारा सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह 44 से 46 डिग्री के बीच रहा। यह बीते हफ्ते की रिपोर्ट है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो-तीन दिनों तक पश्चिम-उत्तर और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की गुजाइंश नहीं है, उसके बाद पारा दो से तीन डिग्री नीचे आ सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्यप्रदेश में लू का अहसास कुछ ज्यादा ही रहेगा। अरब सागर से दक्षिण प्रायद्वीप भारत की ओर पछुआ हवा चल रही है। इस वजह से अगले 5 दिनों में कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में अगले पांच दिनों तक बारिश होने पूरे आसार हैं।
पश्चिमी विक्षोभ से बनेंगे बारिश के आसार
स्काईमेट वेदर के अनुसार, उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसका असर राजस्थान से सटे इलाकों में दिखने को मिल रहा है। आने वाले तीन दिनों में पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिलेगा। इससे बारिश के आसार बनेंगे।
पश्चिमी विक्षोभ क्या है ?
पश्चिमी विक्षोभ का संबंध उत्तरी भारत में बारिश लाने से है। यह पाकिस्तान, राजस्थान से सटे इलाकों और उत्तर भारत में बारिश और नमी लेकर आता है। इसकी वजह से सर्दी और मानसून से पहले बारिश होती है। भीषण गर्मी और मानसून के समय पश्चिमी विक्षोभ मौसम बदलने में मदद करता है।
पूर्वोत्तर में हो सकती है भारी बारिश
सिक्किम और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। गुजरात के पूर्वी हिस्सों, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में छिटपुट हल्की बारिश की संभावना है।