पाली: राजस्थान के पाली जिले के जीवंद कलां गांव में शिक्षा के स्तर में सुधार करने और बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए अनूठा प्रयोग किया गया है. दरअसल, हाल ही में जीवंद कलां गांव में स्थित राजकीय विद्यालय का कायाकल्प किया गया है. खास बात ये है कि स्कूल की रंगाई-पुताई रेलगाड़ी के जैसै की गई है. वहीं कक्षाएं भी ऐसी है कि मानो रेल के कोच हों. यह स्कूल इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि यह वर्तमान रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के पैतृक गांव में है. इस प्रयोग से विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का सफर आसान होने के साथ उत्साहपूर्ण हो गया है
जीवंद कलां में राजकीय विद्यालय को रेल का रूप देने से बच्चों में स्कूल आने के प्रति रूझान बढ़ा है. वहीं स्कूल को देखने के लिए आसपास के गांवों के साथ ही दूरदराज से भी लोग देखने आ रहे हैं. हाल ही रेल मंत्री ने पाली का दौरा किया था. इस दौरान वहां की व्यवस्थाओं और विकास कार्यों पर भी चर्चा की थी.
पाली का यह राजकीय विद्यालय अब उसकी पहचान बन गया है. लोग अब इस गांव को रेल वाले स्कूल के गांव के नाम से भी जानने लगे हैं. इस स्कूल को निखारने और उसे रेलगाड़ी का स्वरूप देने के लिए जीवंद कलां गांव के विद्यालय के विभागीय बजट के साथ ही कई अन्य लोगों ने भी सहयोग दिया है. इस विद्यालय में लगभग 200 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं.