रायपुर: नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं. सिंधिया के दौरे को लेकर बीजेपी ने रायपुर में तैयारियां पूरी कर ली है. बीजेपी की तरफ से बताया गया है कि नागरिक उड्डयन मंत्री रायपुर में बजट कार्यक्रम और पार्टी की गतिविधि में शामिल होंगे.
सिंधिया बजट संगोष्ठी में होंगे शामिल
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने एक दिवसवीय प्रवास पर शनिवार 5 फरवरी को सुबह 11 बजे राजधानी रायपुर पहुंचेंगे. 12 बजे प्रदेश कार्यालय में सिंधिया प्रेस वार्ता को संबोधित करेंगे. उसके बाद होटल बेलीलॉन में वह दोपहर दो बजे केंद्रीय बजट 2022-23 पर सेमीनार को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद शाम पांच बजे नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
सिंधिया के दौरे पर सियासत
सिंधिया के दौरे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे शासकीय कार्यक्रम में नहीं आ रहे हैं. उनकी पार्टी का कोई कार्यक्रम होगा, जिसकी जानकारी अबतक मुझे नहीं है. भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि ”एयर इंडिया तो बिक गया वह किस चीज के मंत्री रह गए. एयर इंडिया बेचने के लिए उनको सम्मानित किया जाना चाहिए.”
किसानों की मांग को लेकर उपसमिति बनाई गई
नया रायपुर में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ”उनसे मंत्री, अधिकारी स्तर की बात हो चुकी है. विस्तार से सारे मुद्दों पर चर्चा की गई है. इन विषयों के लिए मंत्रिमंडल की उपसमिति बनाई गई है. समिति के सामने इन किसानों की बात रखी गई है. गुरुवार को किसानों ने भी मुलाकात की है. जो रास्ता उन्होंने अख्तियार किया और एयरपोर्ट तक पहुंचे, यह ठीक बात नहीं है. आप अपनी बात अहिंसा और गांधीवादी तरीके से भी कह सकते हैं. उसमें कोई दिक्कत नहीं है. बात करने के लिए हमने कभी मना नहीं किया है. जब चाहे मिल सकते हैं लेकिन जिस प्रकार से कल एयरपोर्ट में घुसने की कोशिश कर रहे थे, वह बिल्कुल गलत है.”
राहुल गांधी के दौरे के विरोध को लेकर भाजपा पर बरसे
राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान भाजपा के विरोध को लेकर बघेल ने कहा कि सिर्फ विरोध करना है इसलिए वे विरोध कर रहे थे. भूपेश बघेल ने कहा कि राजीव मितान क्लब की शुरुआत हो रही है. श्रमिकों के खाते में 6000 रुपए सालाना जा रहे हैं. किसानों का धान इस साल एक करोड़ मीट्रिक टन खरीदी किया गया है. तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4000 रुपये प्रति मानक बोरा मिलता रहा है. क्या भाजपा इन सब का विरोध कर रही थी? आखिर वे लोग किस बात का विरोध कर रहे थे? सिर्फ विरोध करना है, इसलिए विरोध किया जा रहा था. असहमति का पूरा सम्मान है लेकिन विरोध का आधार होना चाहिए.
भाजपा द्वारा बजट सत्र को बढ़ाए जाने की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि वे पहले ही हर बार चर्चा से भाग जाते हैं. हमें सत्र बढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन कोरोना काल चल रहा है. जो दिल्ली की सरकार नहीं कर रही है, मध्य प्रदेश की सरकार नहीं कर रही है. छत्तीसगढ़ तो उससे बेहतर है. खुद वे भाग जाते हैं तो हम क्या करें.