ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल अंचल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बढ़ती सक्रियता से बीजेपी के नेता हैरान-परेशान हैं. यही वजह है कि पार्टी के कार्यक्रम से भी पुराने भाजपाई कन्नी काटने लगे हैं. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी लगातार ग्वालियर-चंबल अंचल से दूरी बना रहे हैं. कहा जा रहा है कि सिंधिया ग्वालियर में सिर्फ अपना दबदबा कायम करना चाहते हैं. वे शहर के हर छोटे से बड़े कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं. सिंधिया की बढ़ती सक्रियता के कारण बीजेपी लगातार एकजुट होती नजर आ रही है. अभी हाल ही में ग्वालियर में अचानक सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कार्यक्रम हुआ था, कार्यक्रम के बाद शहर की सड़कों पर घण्टों घूमे थे, ताकि ये बता सकें कि बीजेपी में सब कुछ ठीक चल रहा है. सिंधिया की गैरमौजूदगी में सीएम शिवराज का अचानक प्रोग्राम बनाना ये बताता है कि पार्टी में अंदरखाने सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.
सिंधिया की सक्रियता से बीजेपी परेशान
अंचल में सिंधिया की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वह महीने में चार से पांच बार दौरा कर रहे हैं. साथ ही वह शहर के हर छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. उनसे बिना पूछे प्रशासनिक अमला काम नहीं कर रहा है. उनकी गैरमौजूदगी में सरकार ग्वालियर-चंबल अंचल में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं कर सकती है. सिंधिया की इसी सक्रियता से अंचल के साथ-साथ प्रदेश बीजेपी के कई दिग्गज भी परेशान दिखाई दे रहे हैं. बीजेपी में सिंधिया का बढ़ता कद पुराने कद्दावर भाजपाइयों को खटकने लगा है. यह कहा जा रहा है कि इस समय ग्वालियर-चंबल अंचल में सिर्फ सिंधिया सरकार काम कर रही है
गुना सांसद के पत्र से गुटबाजी का खुलासा
अभी हाल में ही सांसद के पी यादव ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कई सवाल खड़े किए. सांसद केपी यादव ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर अपना दर्द बयां किया था।पत्र के जरिए सांसद ने लिखा कि सिंधिया समर्थक मंत्री और उनके समर्थक नेता पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत परंपरा चला रहे हैं इस कारण कार्यकर्ता के बीच भ्रम पैदा हो रहा है इस कारण वह बेहद दुखी है। सांसद के इस पत्र के बाद बीजेपी और सिंधिया समर्थक में चल रही गुटबाजी का पूरी तरह से खुलासा हो गया और अब यही वजह है कि बीजेपी कहीं ना कहीं अंदर ही अंदर एकजुट होने की कोशिश कर रही है.
इस वजह से ग्वालियर में बीजेपी हुई एकजुट
गुना सांसद के पत्र के बाद ग्वालियर में बीजेपी पहली बार सिंधिया की गैरमौजूदगी में एकजुट नजर आई. हाल में ही मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान चंबल दौरे पर आए थे, उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे. चंबल दौरे के बाद शाम के वक्त अचानक ग्वालियर में सीएम का कार्यक्रम तय किया गया और सिंधिया की गैरमौजूदगी में शिवराज और तोमर सहित तमाम बीजेपी के बड़े नेताओं ने कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम के बाद 5 घंटे तक सीएम सहित बीजेपी के बड़े नेता सड़कों पर घूमते नजर आए. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता ग्वालियर अंचल को सिर्फ सिंधिया के भरोसे नहीं छोड़ना चाहते हैं. यही वजह है कि सिंधिया की गैरमौजूदगी में पहली बार एकजुट नजर आए.
कार्यक्रम के अगले ही दिन आ धमके सिंधिया
कार्यक्रम के दूसरे दिन ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिल्ली से सड़क मार्ग से सुबह ग्वालियर आ पहुंचे और उन्होंने आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली. साथ ही पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर शाम के वक्त दिल्ली के लिए उड़ गये. साफ जाहिर हो रहा है कि सिंधिया को कहीं न कहीं डर सता रहा है कि ग्वालियर में उनके अलावा किसी और नेता का वर्चस्व न हो जाए. यही वजह है तो लगातार ग्वालियर-चंबल अंचल में सक्रिय नजर आ रहे हैं.