इंदौर:नए साल 2022 की शुरुआत से ही मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना ने अपनी चाल बदलकर संक्रमण की रफ्तार तेज कर दी है। जिस गति एक्टिव मरीजो की संख्या बढ़ रही है और संक्रमण की दर बढ़ रही है, उस लिहाज से इंदौर अब लॉक डाउन के मुहाने पर आ खड़ा हुआ है। हालांकि, लॉक डाउन को लेकर फिलहाल कोई विचार प्रशासन ने नही किया है, लेकिन कुछ प्रतिबंध जरूर लगाएं जा सकते है, जिसकी पुष्टि सोमवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने की है।जहां इंदौर में टीनएजर्स को वैक्सीनेट करने की शुरुआत हो गई है और पहले दिन 52 हजार बच्चो का टीकाकरण किया गया है वही दूसरी ओर कोरोना के रिकॉर्ड आंकड़े भी सामने आए है। साल के शुरुआती दौर में एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार रात को जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में 137 नए पॉजिटिव केस सामने आए है। वही एक व्यक्ति ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवा दी है।
इतना ही नही इंदौर में एक्टिव मरीजो की संख्या 550 तक जा पहुंची है। जिनका इलाज जारी है। इधर, प्रशासन भी संक्रमण की तेज रफ्तार के चलते लोगो से अपील कर रहा है कि वो मास्क लगाए और भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह भी दे रहा है। इधर, कोरोना की रफ्तार को देखते हुए कोविड के लिए निर्धारित 50 अस्पतालो में इलाज शुरू हो गया है। वही इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती दर को देखते हुए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले 51 फीवर क्लिनिक को तैयार रहने के आदेश दिये है वही नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वो लगातार फीवर क्लिनिक की मॉनिटरिंग करें।