रिश्ते में शक तभी पनपता है जब दोनों में से कोई खुद को असुरक्षित महसूस करता है और हीन भावना का शिकार हो जाता है। इससे उसका आत्मविश्वास कमजोर पड़ने लगता है और मन में खुद को नकारे जाने का डर समा जाता है। आपके रिश्ते को भी शक का कीड़ा लील रहा है तो इस समस्या के समाधान में यहां दिए जा रहे टिप्स मददगार हो सकते हैं।
कयास न लगाएं
पार्टनर के अच्छी तरह ड्रेसअप होकर ऑफिस जाने, अक्सर लेट आने या किसी कलीग-कॉलेज फ्रेंड से देर तक बतियाने का मतलब उससे अफेयर नहीं होता। बदलते वर्क कल्चर में दफ्तर में देर तक रुककर काम करना या फीमेल कलीग का मेल कलीग के साथ कैब शेयर करना सामान्य बात है इसलिए बिना वजह की बातों पर शक करने के बजाय चीज़ों को सहज रूप में लेना चाहिए। उसके बारे में जितना सोचेंगे, उतना ही शक गहराता जाएगा। इसलिए अपनी सोच को सकारात्मक रखें और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें।
न करें जासूसी
शक होने पर पार्टनर के वॉलेट की तलाशी लेना, चोरी-चोरी मोबाइल चेक करना, ऑफिस फोन करने पूछताछ करना कुछ लोगों की आदत बन जाती है। ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि दांपत्य संबंधों की बुनियाद आपसी भरोसे से ही मजबूत होती है। इस तरह की बातें बिना वजह संबंधों में तनाव बढ़ाती हैं, जिससे रिश्ते की लय प्रभावित हुए बिना नहीं रहती।
अनसुना करें
कई बार दोस्त-रिश्तेदार या परिचित भी सुखी दांपत्य में सेंध लगाते हैं इसलिए लोगों की बातों में आकर पार्टनर के बारे में किसी तरह की धारणा न बनाएं। दूसरों की बातों को महत्व देने के बजाय अपनी सूझबूझ से काम लें।
कुछ जरूरी टिप्स
- तमाम व्यस्तताओं के बावजूद एक-दूसरे के लिए वक्त निकालना न भूलें। कई बार संवादहीनता की वजह से गलतफहमियां होती हैं और रिश्ते में खटास आती है।
- पार्टनर की कोई आदत या व्यवहार शक पैदा करें तो उसके बारे में खुलकर बात करें। बातचीत के दौरान गरिमापूर्ण ढंग से अपना पक्ष रखें। इससे सही तस्वीर उभर कर सामने आएगी।
- पार्टनर की गैरमौजूदगी में उनका सामान न छेड़ें। न ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट टेक करें। ऐसा करने से रिश्ते में कड़वाहट बढ़ती है।
- खुद पर भरोसा करें और अपनी दुनिया बढ़ाएं। इससे नकारात्मक विचार परेशान नहीं करेंगे।