
गुजरात में भूपेंद्र पटेल सरकार के नए मंत्री आज यानी बुधवार को दोपहर बाद पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकते हैं। लेकिन नए चेहरों को लेकर यह मामला फंसता नजर आ रहा है। आज दोपहर को मंत्रियों का शपथग्रहण दोपहर में होना था, जिसे अब शाम तक के लिए टाल दिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूपेंद्र पटेल पूरे मंत्रिमंडल में बदलाव करना चाहते हैं, जिसके बाद पार्टी में अंदरूनी कलह बढ़ गई है। मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के गत शनिवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद सोमवार को केवल भूपेंद्र पटेल (59) ने शपथ ली थी।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, 90 फीसदी मंत्री को हटाया जा सकता है। केवल एक या दो मंत्री होंगे जिन्हें दोबारा मंत्री बनने का मौका दिया जाएगा। इसे लेकर गुजरात बीजेपी में राजनीतिक माहौल का गर्माया हुआ है। इसी हलचल के बीच ईश्वर पटेल, ईश्वर परमार, बचु खाबड़, वासण आहीर, योगेश पटेल पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के आवास पर पहुंचे हैं। माना जा रहा है की मंत्री ना बनाए जाने की वजह से नाराज विधायक उनसे मिलने पहुंचे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख भूपेंद्र यादव नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले लोगों के नाम तय करने के लिए पिछले दो दिनों से गांधीनगर में लगातार बैठकें कर रहे हैं। खबरों की मानेें तो भूपेंद्र पटेल सरकार की नई कैबिनेट में 21 से 22 मंत्रियों को बुधवार को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। ऐसी अटकलें हैं कि पटेल अपने मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल करेंगे और कई पुराने नेताओं को युवा नेताओं के लिए जगह खाली करनी पड़ सकती है। पटेल को रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था और सोमवार को गांधीनगर में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी।
पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है। उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने के पीछे यह भी एक कारण माना जा रहा है। ऐसे में जब दिसंबर 2022 में राज्य विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है, भाजपा ने चुनाव में जीत के लिए पटेल पर भरोसा जताया है, जो कि एक पाटीदार हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य विधानसभा की 182 सीटों में से 99 सीटें जीतीं थी, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं।