
दशहरा उत्सव के लिए कर्नाटक में मैसूर पैलेस को तैयार किया जा रहा है. कर्नाटक के सहकारिता मंत्री एसटी सोमशेखर गौड़ा ने रविवार को कहा कि सरकार आयोजन की तैयारी कर रही है. इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कम से कम 400 लोगों को शामिल होने की अनुमति देने की मांग सरकार से की गयी है. वहीं जंबू सवारी में 1,000 लोगों को अनुमति देने की मांग की गयी है.
एसटी सोमशेखर गौड़ा ने कहा है कि इस बार लोगों को पूजा में शामिल होने की अनुमति दी जायेगी और वर्चुअली भी वे पूजा एवं सांस्कृतिक समारोहों में शामिल हो पायेंगे. श्री सोमशेखर ने कहा है कि इस बार केरल से आने वाले सभी लोगों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गयी है. यानी केरल के लोगों को कोरोना टेस्ट करवाकर ही कर्नाटक के मैसूर जाना होगा. यदि उनके पास कोरोना की रिपोर्ट (निगेटिव) नहीं होगी, तो वे मैसूर के दशहरा उत्सव में शामिल नहीं हो पायेंगे.मंत्री सोमशेखर ने बताया कि 9 दिन चलने वाला उत्सव 7 अक्टूबर को नवरात्रि के पहले दिन से शुरू होगा और 15 अक्टूबर को विजयदशमी या दशहरा के दिन जम्बू सवारी (हाथियों की शोभायात्रा) के साथ महोत्सव का समापन होगा. मैसूर पैलेस में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. 7 अक्टूबर से पहाड़ियों पर चामुंडी मंदिर में पूजा होगी और 15 अक्टूबर को जंबू सवारी निकाली जायेगी. दशहरा महोत्सव के लिए 8 हाथियों को चुना गया है. 16 सितंबर को मैसूर पैलेस में उनका भव्य स्वागत किया जायेगा.
कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद अंतिम फैसला
मंत्री ने कहा है कि सरकार 25 सितंबर तक कोरोना की स्थिति का आकलन करेगी. कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के बाद मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई महोत्सव में शामिल होने वाले अधिकतम लोगों की सीमा पर अंतिम फैसला लेंगे.
कर्नाटक के सहकारिता मंत्री एसटी सोमशेखर गौड़ा ने कहा है कि वर्ष 2020 में 50 प्रतिभागी और 300 दर्शकों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी गयी थी. इस बार सरकार से आग्रह किया गया है कि कम से कम 400 प्रतिभागियों और 1,000 दर्शकों को महोत्सव में शामिल होने की अनुमति दी जाये. गौड़ा ने बताया कि इस बार सुनिश्चित किया जायेगा कि टीकाकरण के बगैर कोई समारोह में शामिल न हो पाये.
उन्होंने कहा कि उन सभी लोगों को टीका लगवाया जायेगा, जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं ली है. केरल से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गयी है. मैसूर पैलेस में आयोजित होने वाला मैसूर का दशहरा महोत्सव पर्यटकों को आकर्षित करता है.
दुनिया भर के पर्यटक यहां दशहरा महोत्सव का आनंद लेने के लिए आते हैं. 10 दिन चलने वाले दशहरा महोत्सव में विजयशमी के दिन बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है.