भारत एक ऐसा खूबसूरत देश है, जहां हर तरह का मौसम देखने को मिलता है – सर्दी, गर्मी और बरसात। पहले दोनों मौसम की अपनी ही खासियत है, लेकिन बरसात में बारिश की बूंदों का अपना ही आनंद है। कोई इसे देखकर खुश होता है, तो कोई इसमें भीग कर इसका स्वागत करता है। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि मानसून हर किसी के लिए एक जैसा अनुभव लेकर आए। इस मौसम में हमने कई लोगों को वायरल से बीमार होते हुए भी देखा है। सबसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया बीमारी से है, जिससे भारत में लाखों लोग प्रभावित होते हैं। इसे हम वेक्टर जनित वायरल रोग कहते हैं, जो एडीस एजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है। यह मच्छर घरेलू वातावरण में एवं आसपास इकट्ठे साफ पानी में उत्पन्न होता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सावधानी बरती जाए तो किसी भी रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। यह सही है कि मानसून में वेक्टर जनित वायरल रोगों का खतरा रहता है, ऐसे में इससे बचने के लिए हमें कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, यह भी ध्यान दें कि अगर कोई बीमारी हो भी जाती है, तो आपके पास एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी जरूर हो। क्योंकि डेंगू और मलेरिया ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज कई-कई हफ्तों तक बेड पर रहता है, जिससे मेडिकल और दवाईयों का खर्चा भी बढ़ जाता है। इसलिए समझदारी यही है कि आप एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी रख लें।
अब आइए जानते है कि मानसून में वेक्टर जनित वायरल रोगों से कैसे बचें
सूर्यास्त से पहले खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर लें
बारिश होती है तो घर की खिड़कियां और दरवाजों को हम खोल देते हैं, ताकि बारिश का भरपूर आनंद ले सकें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सूर्यास्त से पहले या जब दिन ढलने लगे तो घर के सभी खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें क्योंकि देखा गया है कि मच्छर आमतौर पर सूर्यास्त के दौरान और बाद में अधिक सक्रिय होते हैं।
फुल साइज के कपड़े पहनें
एडीस एजिप्टी नामक मच्छर कभी भी हमला बोल सकते हैं, इसलिए हमेशा सर्तक रहना बहुत जरूरी है। आप चाहे घर पर हो या फिर बाहर अपने शरीर को जितना ज्यादा हो सके कपड़ों से ढककर रखें। आप पूरी बाजू की शर्ट, कुर्ता, पैंट, पजामा आदि पहनकर रखें। साथ ही, बच्चों को भी फुल साइज के कपड़े पहनाएं। महिलाएं भी इस बात का पूरा ध्यान दें। जितना शरीर ढका रहेगा, उतना ही हम मच्छरों से सुरक्षित रह सकते हैं।
सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल
बरसात के मौसम में पानी इकट्ठा होता है, जिससे मच्छर भी पैदा होते हैं। इन मच्छरों से बचने के लिए आप हमेशा मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छरों और अन्य बीमारियों को पैदा करने वाले कीड़ों से बचने के लिए यह एक आसान, प्रभावी और प्राकृतिक तरीका है। हां, यह ध्यान देना है कि आपकी मच्छरदानी कहीं से फटी हुई न हो। मानसून में सोते समय आप इसका जरूर इस्तेमाल करें, आपके परिवार के लोग मच्छरों से सुरक्षित रहेंग़े।
आसपास के वातावरण को रखें साफ
ऐसा देखा गया है कि जो व्यक्ति खुद को साफ रखता है तथा अपने आसपास के वातावरण को साफ रखता है, बीमारियां उससे दूर रहती हैं। वेक्टर जनित वायरल रोगों से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप खुद के साथ-साथ अपने घर को भी साफ करें। यह ध्यान दें कि कहीं आसपास पानी तो इकट्ठा नहीं हो रहा है। बर्तन कूलर या छत पर कहीं पानी इकट्ठा हो रहा है, तो उसे नियमित रूप से साफ करें। साथ ही अपने आसपास दवाईयों का भी छिड़काव करवाएं।
अपने खानपान पर दें ध्यान
बीमारी कोई भी हो, ये उस समय अपना ज्यादा असर दिखाती है जब हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इसलिए आप शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत रखने पर ध्यान दीजिए। आप पौष्टिक आहारों का सेवन कीजिए।आपके आहार में ताजे फल और सब्जियों की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए। इसके साथ-साथ आप पानी भी भरपूर मात्रा में पिएं।
एक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान भी है जरूरी
वेक्टर जनित वायरल रोग जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया हर साल मानसून के समय आते हैं। गांवों के साथ-साथ छोटे-बड़े शहरों में भी इनका प्रभाव देखने को मिलता है। ये बीमारी बड़ी है, इसलिए हमें ज्यादा सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। इसमें ऊपर बताए गए टिप्स आपके बहुत काम आएंगे। इसके अलावा बीमारी की स्थिति का सामना करने के लिए आप अपने पास हेल्थ इंश्योरेंस प्लान जरूर रखें। इसमें होस्पी केयर इंश्योरेंस (Hospi Care Insurance) आपके बहुत काम आएगा। यह रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance General Insurance) की अच्छी पॉलिसी है, जो इस तरह के रोगों में आपके मेडिकल और अस्पताल के खर्चों को कवर करती है। इस पॉलिसी के तहत मरीज को डेली हॉस्पिटलाइजेशन कैश बेनिफिट मिलता है। इसमें डेली केयर ट्रीटमेंट कैश,सर्जिकल कैश, हॉस्पिटल डेली कैश शामिल है। इसमें यदि मरीज डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया के कारण अस्पताल में तीन दिनों से अधिक समय तक भर्ती रहता है, तो उसे ₹20,000 की एकमुश्त राशि का भुगतान किया जाता है। आप रिलायंस जनरल इंश्योरेंस की वेबसाइट पर जाकर इसके और फायदों के बारे में जान सकते हैं।