नई दिल्ली |
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को खत्म करने के लिए बनाई गई 3 सदस्यीय कमेटी द्वारा पार्टी की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंप दी गई है। इससे पहले इस बात के अनुमान लगाए जा रहे थे कि खड़गे कमेटी की रिपोर्ट संचित होने में अभी देरी हो सकती है। इस रिपोर्ट को लेकर पंजाब में खूब चर्चा रही।
चर्चाओं में कहा जा रहा था कि कांग्रेस हाईकमान दलित मुद्दों को लेकर काफी सक्रिय है। संभावना इस बात की है कि पंजाब मंत्रिमंडल या पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के स्तर पर दलित वर्ग को ज्यादा ध्यान दिया जाए। चर्चा तो यहां तक थी कि किसी दलित चेहरे को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
यह चर्चा इसलिए भी अहम थी क्योंकि पंजाब के अगले चुनावों में दलितों को लुभाने के लिए सभी पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। भाजपा से लेकर शिरोमणि अकाली दल तक ने सत्ता में आने पर दलित वर्ग को अहम पद देने का ऐलान तक कर दिया है। उधर, शिरोमणि अकाली दल के स्तर पर बहुजन समाज पार्टी के साथ गठजोड़ की चर्चाएं चल रही हैं।
ऐसे में हाईकमान चुनाव से पहले ही दलित भाईचारे को लुभाने का दाव खेलते हुए पंजाब मंत्रिमंडल या पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ा फेरबदल कर सकता है। हालांकि तीन सदस्यीय कमेटी के स्तर पर इस बारे कोई टिप्पणी नहीं की गई है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक दौरान पंजाब कांग्रेस इंचार्ज दलितों के साथ जुड़े मुद्दों को अहमियत देने की बात लगातार करते रहे हैं। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा रिपोर्ट देखने के बाद क्या फैसला लिया जाता है।