हिंदू धर्म ग्रंथों में प्रकृति को देवता कहा गया है। जल, अग्नि, वायु, धरती और आकाश, इन पंचतत्वों से बने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी इन पांच तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हीं पंचतत्वों में से एक है धरती। इस पर पाई जाने वाली समस्त वनस्पतियां, पेड़-पौधे हमारे जीवित रहने के लिए जितने जरूरी हैं, उतने ही हमारे ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव को कम करने के काम भी आते हैं।
घर में लगाए गए पेड़-पौधों का परिवार के तन, मन और धन वैभव पर गहरा प्रभाव पड़ता है। शास्त्रों में कहा गया है कि एक पेड़ दस पुत्रों के समान होता है। वास्तुशास्त्र के ग्रंथों में अनेक ऐसे वृक्षों का उल्लेख किया गया है, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ दोष निवारण में भी सहायक हैं। ईशान दिशा अर्थात ईश यानि भगवान का स्थान, बृहस्पति ईशान के स्वामी हैं और देवताओं के गुरु हैं। ज्योतिषशास्त्र में गुरू को धन, विद्या, संतान सुख एवं विवाह का कारक माना गया है।
तुलसी का पौधा जरूर लगाएं
अपने घर में एक तुलसी का पौधा जरूर लगाएं। इसे उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्वी दिशा में लगाएं या फिर घर के सामने भी लगा सकते हैं। घर के दक्षिण में तुलसी का पौधा कठोर यातना देता है। पारंपरिक ढंग के बने मकानों में रहने वाले ज्यादा सुखी और शांत रहते थे। इसका एक बड़ा कारण तुलसी चौरा, क्यारी और वहां सुबह के वक्त चढ़ाया जाने वाले जल के अलावा शाम के समय रखा गया दीप होता था।
केले के पेड़ की पूजा करना शुभ
घर में समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा करना शुभ होता है। इसे भवन के ईशान कोण में लगाना चाहिए, क्योंकि यह बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधि वृक्ष है। केले के समीप यदि तुलसी का पेड़ भी लगा लें तो अधिक शुभकारी रहेगा। माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा और केले का पेड़ साथ-साथ लगे होते हैं, वहां सदा होती है नोटों की बारिश। ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है।वास्तु विज्ञान में केले के पौधे को शुभ माना गया है। इसे ईशान कोण में लगाने से धन बढ़ता है।
शमी का पेड़
शास्त्रों में नवग्रहों से संबंधित पेड़-पौधों का जिक्र मिलता है। इन्हीं में से एक है शमी का पौधा या वृक्ष। शमी का संबंध शनि देव से है। इसे एक चमत्कारिक पौधा भी माना जाता है, क्योंकि जो व्यक्ति इसे घर में रखकर इसकी पूजा करता है उसे कभी धन की कमी नहीं होती।किस ओर लगाएं शमी का वृक्ष
शमी का वृक्ष घर के ईशान कोण (पूर्वोत्तर) में लगाना लाभकारी माना गया है. इसमें प्राकृतिक तौर पर अग्नि तत्व पाया जाता है.
शनि के कोप से बचाता है शमी
न्याय के देवता शनि को खुश करने के लिए शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं, जिनमें से एक है शमी के पेड़ की पूजा. शनिदेव की टेढ़ी नजर से रक्षा करने के लिए शमी के पौधे को घर में लगाकर उसकी पूजा करनी चाहिए।
कांटे, दूध और फल वाले वृक्षो को न लगायें
घर के अग्निकोण में अनार का पेड़ हो तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है मगर इस दिशा में वट, पीपल, पाकड़ और गूलर का पेड़ होने से पीड़ादायक और मृत्युतुल्य कष्ट झेलना पड़ता है। नीम, चंदन, नींबू, आम, आंवला, अनार आदि के पेड़-पौधे अपने घर में लगाए जा सकते हैं लेकिन कांटे वाले, दूध वाले वृक्ष हानिप्रद होते हैं।