रीवा केन्द्रीय जेल रीवा के विचाराधीन कैदी की मौत हो जाने के तीन दिन बाद भी उसका अंतिम संस्कार नहीं हो सका। एक ओर प्रशासन नियमों की दुहाई देते हुये कोरोना पाॅजिटिव मृतक का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर रहा। दूसरी ओर परिजन जेल प्रबंधन पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाकर पोस्टमार्टम बिना शव लेने से मना कर रहे। ऐसे में शव का अनादर की स्थिति निर्मित हो गई है। दोनों पक्ष के अपने तर्क हैं, लेकिन किसी को शव के अंतिम संस्कार व अनादर की चिंता नहीं दिख रही है। जो गंभीर प्रश्न खडा करता है। जबकि, नियमों की बात की जाये, तो किसी के शव का अंतिम संस्कार विधि-विधान से ही होना चाहिये। इस मामले में आयोग ने पुलिस महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, मध्यप्रदेश तथा अधीक्षक, केन्द्रीय जेल रीवा से 17 मई 2021 तक प्रतिवेदन मांगा है।
रीवा में एक तरफा प्यार में आप के नेताजी, युवती को बनाया बंधक तीन आरोपी गिरफ्तार
रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एकतरफा प्यार में आम आदमी पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ने एक युवती का अपहरण करउसे बंधक बना लिया. आरोप है कि आम…