इंदौर।
सेंधवा से नजदीक पानसेमल गांव में बुधवार शाम को तेंदुआ दिखा। यहां मक्के के खेत में ग्रामीणों ने उसे घूमते देखा। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम रेस्क्यू करने पहुंचे। दो घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ा जा सका। बाद में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिड़ियाघर लाया गया। जहां दिनभर उसकी देखभाल की गई। तेंदुए की उम्र चार साल बताई है। अधिकारियों के मुताबिक तेंदुआ छोटा होने से उसे कुछ दिन चिड़ियाघर में रखा जाएगा। फिर जंगल में छोड़ेंगे।
सेंधवा इलाके में अधिक गर्मी होने के कारण बुधवार शाम को तेंदुएं का बच्चा पानी की तलाश में खेतों की तरफ आया। रास्ता भटकने की वजह से वह खेत में रुक गया। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुए ने किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया है। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।
रेस्क्यू के बाद वनकर्मी तेंदुए को चिड़ियाघर लेकर आए है। प्रभारी डा. उत्तम यादव ने बताया कि तेंदुए को एक दिन अभी ऑब्जर्वेशन में रखा था। गर्मी की वजह से शरीर में पानी की कमी हुई थी। फिलहाल तेंदुए को ग्लूकोस और उबला हुआ मटन दिया है। फिलहाल चिड़ियाघर में कुछ दिन तक तेंदुए की सेहत पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि स्वस्थ होने के बाद तेंदुए को जंगल में छोड़ने पर विचार करेंगे।