
इंदौर ।
कोरोना कर्फ्यू के दौरान रिटायर डीएसपी प्रकाश मिड्डा के बेटे निकेत को डाग के साथ टहलना भारी पड़ गया। पलासिया थाने के थानेदार अंतरसिंह ने उसे पकड़ लिया और जेल वाहन में बैठा कर डाग सहित थाने ले गए। उसके खिलाफ केस दर्ज किया और करीब एक घंटे बाद जमानत पर रिहा कर दिया। वाकया मंगलवार सुबह करीब 10 बजे मनोरमागंज का है। पलासिया थाना पुलिस का एक दल क्षेत्र मनोरमागंज क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रही थी। इसी दौरान गीता भवन मंदिर के पीछे (कैलाश पार्क) के पास निकेत मिड्डा डाग जूजू को घुमाते हुए मिल गए। एसआइ अंतरसिंह ने उन्हें समझाया कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाहर टहलना मना है। निकेत बहस करने लगा और पुलिस वालों से कहा वह रिटायर डीएसपी का बेटा है। डाग का घुमाने के लिए बाहर निकलना पड़ेगा। इस पर पुलिसवालों ने उसे डाग सहित पकड़ लिया और जेल वाहन (सिटी बस) में बैठा कर थाने ले गए।
एसआइ के मुताबिक उसे समझाइश दी गई थी कि डाग को घर छोड़ दें। लेकिन वह अड़ गया और कहा मैं डाग को साथ ही लेकर जाउंगा। थाने में उसके विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की और करीब 1 घंटे बाद जमानत पर रिहा कर दिया। निकेत के मुताबिक वह प्रॉपर्टी संबंधित काम करता है। पुलिस ने उसके खिलाफ द्वेषता पूर्ण कार्रवाई की है। मैं कानून का पालन करता हूं। मास्क लगा कर घूम रहा था। डाग को घुमाना जरुरी था इसलिए बाहर निकला था।
उधर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई का पशुप्रेमी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस डाग को घर छोड़कर नियम का उल्लंघन करने पर उसके मालिक को ही अस्थायी जेल ले जा सकती थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।