दमोह:मध्यप्रदेश के दमोह विधानसभा उप निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 55 दमोह की मतगणना रविवार को पॉलीटेक्निक कॉलेज में सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। मतगणना 26 राउंड में होगी। यहां दमोह में दो महिलाओं समेत 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां बीजेपी की तरफ से राहुल सिंह लोधी और कांग्रेस की तरफ से अजय टंडन चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं।
आधी से ज्यादा काउंटिंग पूरी हो चुकी है। अभी तक सिर्फ पांचवें राउंड में ही भाजपा को 655 वोटों की बढ़त मिली थी। इसके बाद लगातार ग्राफ नीचे जा रहा है। कुल वोटों में से 56.73% वोट कांग्रेस और 37.17% वोट भाजपा के खाते में गए हैं। 5.52% वोट अन्य के खाते में गए हैं। माना जा रहा है, 17वें राउंड से ये अंतर कम हो सकता है, क्योंकि तब भाजपा प्रभावित क्षेत्रों की काउंटिंग शुरू होगी।
दमोह तहसील के गांव खेरूआ के रहने वाले राहुल सिंह लोधी अपना ही गृह मतदान केंद्र हार गए हैं। मतदान केंद्र क्रमांक 12 पर कांग्रेस प्रत्याशी अजयसिंह टंडन को 206 वोट मिले जबकि राहुल सिंह को केवल 108। वे यहां 98 वोट से अपने ही गांव में बूथ हार गए।
शाम 5:45 बजे 15वां राउंड- भाजपा को एक सीट से आस बंधी थी, वो भी चली गई। अब हर राउंड के बाद जीत का फासला बढ़ता जा रहा है। 15वें राउंड में भी भाजपा को निराशा हाथ लगी। इस राउंड में कांग्रेस के अजय टंडन 17089 मतों से आगे रहे। भाजपा को अब तक कुल 29,670 और कांग्रेस को 46,759 वोट मिले हैं।
शाम 5:30 बजे 14 वां राउंड- कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने 15,802 वोटों से कुल बढ़त बना ली है। यही नहीं, भाजपा के जयंत मलैया खुद अपने ही बूथ नंबर 134 से हार गए।
शाम 5 बजे 13वां राउंड- कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने 13वें राउंड तक कुल 14,011 वोटों से आगे चल रहे हैँ। कांग्रेस को कुल 41,081 और भाजपा को 27070 मत मिले हैं।
दोपहर 4:20 बजे 12वां राउंड- भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस प्रत्याशी ने 12वें राउंड में कुल 12,647 वोटों से बढ़त बना ली। भाजपा को 25,365 और कांग्रेस 38,012 वोट मिले।
दोपहर 3:50 बजे 11वां राउंड- राउंड बढ़ने के साथ भाजपा के लिए चुनौती बढ़ती जा रही है। 11वें राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी ने कुल 11,380 वोटों से बढ़त बना ली है। भाजपा को 23,729 और कांग्रेस को 35,109 वोट मिले।
दोपहर 3:30 बजे 10वां राउंड- इस राउंड में भी भाजपा को कुछ हासिल नहीं हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने कुल 10094 मतों से बढ़त बना ली। अब तक कांग्रेस को 32045 और भाजपा को 21,951 वोट प्राप्त हुए हैं।
दोपहर 3 बजे नौवां राउंड- इस राउंड में भी भाजपा पीछे रही। कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन कुल 8141 मतों से आगे चल रहे हैं। नौवें राउंड में कांग्रेस 1540 मतों से जीती। अब तक कांग्रेस को 28142 और भाजपा को 20001 मत प्राप्त हुए हैं।
डाक मत पत्र द्वारा कुल 550 वोट डाले गए। इसमें भी कांग्रेस को 34 वोट ज्यादा मिले। इसमें 215 कांग्रेस और 181 मत बीजेपी को मिले। वहीं 115 वोट निरस्त हुए और कुछ वोट अन्य प्रत्याशियों को गए।
दोपहर 2:40 बजे आठवां राउंड- इस राउंड में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन 6862 मतों से आगे चल रहे हैँ। भाजपा को 18209 और कांग्रेस को अब तक 25071 वोट मिले हैं।
दोपहर 1:50 बजे सातवां राउंड- शहरी क्षेत्र में भी भाजपा पीछे। इस राउंड में भी कांग्रेस प्रत्याशी 2045 वोटों से आगे। अजय टंडन कुल 4769 वोटों की मतों से आगे निकले। कांग्रेस को 20890 और बीजेपी को 16121 वोट मिले।
दोपहर छठवें राउंड में 67 मतदान केंद्रों की गिनती पूरी हो चुकी है। इसमें कांग्रेस के मुकाबले भाजपा 2684 वोटों से पिछड़ गई।
दोपहर 1:25 बजे छठवां राउंड- कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने फिर से बढ़त बना ली। टंडन कुल 2684 वोटों से आगे चल रहे हैं।
छठवें राउंड तक कांग्रेस को 17183 और भाजपा को 14,499 वोट मिले।
दोपहर 12:30 बजे पांचवां राउंड- कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन 655 वोटों से पिछड़ गए। फिर भी भाजपा के मुकाबले 2041 वोटों से आगे चल रहे हैँ।
दोपहर 12:00 बजे चौथा राउंड- कांग्रेस प्रत्याशी 802 वोट से आगे चल रहे हैं। टंडन भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के मुकाबले 2607 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं। ईवीएम के चौथे राउंड में अजय टंडन को 8613 और राहुल सिंह को 6798 वोट मिले हैं। अभी तक
अजय टंडन को 11,988 और राहुल सिंह को 9381 वोट मिले हैं।
तीन राउंड की गिनती होने तक 52% से अधिक वोट कांग्रेस के खाते में गए हैं, जबकि भाजपा का वोट शेयर 39% के आसपास ही है। पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां से 44.5% वोट हासिल किए थे।
दोपहर 11:20 बजे तीसरा राउंड- ईवीएम की गिनती में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस के अजय टंडन 1815 वोट से आगे चल रहे हैं। तीसरे राउंड में भाजपा को 6798 और कांग्रेस को 8613 मत मिले हैँ।
2018 में राहुल सिंह लोधी कांग्रेस से चुनाव लड़े और जयंत मलैया से सिर्फ 798 वोटों से जीते थे। इसके बाद पार्टी छोड़कर इस बार भाजपा के टिकट पर उपचुनाव में उतरे लेकिन रुझानों में इस बार वे लगातार पिछड़ रहे हैं।
दोपहर 10:45 बजे दूसरा राउंड- ईवीएम की गिनती में दूसरे राउंड के बाद कांग्रेस के अजय टंडन 1480 वोटों से आगे चल रहे हैं। पहले राउंड में 700 मतों से आगे थे। अब दूसरे राउंड में 780 मतों की बढ़त ले ली है।
कुल 289 बूथ हैं। इनमें से 1 से 67 तक ग्रामीण बूथ हैं। फिर 68 से 180 तक शहरी बूथ हैं। उसके बाद 181 से 289 तक फिर से ग्रामीण बूथ हैं।
10 बजे पहले राउंड का रुझान आया। इसमें कांग्रेस के अजय टंडन 1600 वोटों से कांग्रेस आगे चल रहे हैं। ईवीएम में वह 700 वोटों से आगे हैं। इसमें बैलेट पेपर भी शामिल हैं।
पोस्टल बैलेट की काउंटिंग, फिर शुरू होगी ईवीएम की गणना।
9 बजे ईवीएम की काउंटिंग शुरू हो गई।
भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह से कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन आगे चल रहे हैं।
शहर में भाजपा को हार का अंदेशा था
दमोह उपचुनाव की मतगणना जारी है। शुरुआत से लेकर अब तक कांग्रेस ही आगे रही है। भाजपा सिर्फ 5वें राउंड में ही बढ़त ले सकी। माना जा रहा है कि शहर में भाजपा को पहले से ही हार का अंदेशा था, लेकिन मतगणना से स्पष्ट हो गया कि शहर में लोगों को आक्रोश भाजपा को झेलना पड़ा। शायद यही कारण था कि प्रचार के समय भाजपा ने गांवों में ताकत लगाना शुरू किया। माना जा रहा है, शहर में भाजपा के साथ भीतरघात भी हुआ है। हालांकि अभी भाजपा ने हार नहीं मानी है। भाजपा को ग्रामीण बूथों से बढ़त मिलने की उम्मीद है। 17वें राउंड से फिर ग्रामीण बूथों की गणना शुरू होगी। 17 से 26 राउंड में शामिल बूथों में ज्यादातर बूथ भाजपा प्रभावित बूथ हैं। ऐसे में भाजपा को इन बूथों से बढ़त की आस है।
लगातार बढ़ती जा रहीं भाजपा की मुश्किलें
गांवों के पहले चरण के छह राउंड में 67 मतदान केंद्रों की गिनती हो चुकी है। अब अगले लगातार 10 यानि 16 राउंड तक शहरी वोटों की गिनती चलेगी। उसके बाद फिर 10 राउंड में गांवों के वोट गिने जाएंगे। शहर के 4 राउंड में भी भाजपा पीछे चल रही है। राउंड बढ़ने के साथ जीत के लिए जरूरी वोटों का अंतर भी बढ़ता जा रहा है। साथ ही, भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। यदि भाजपा शहर में वापसी नहीं कर पाई, तो उसे आखिर में मुश्किल खड़ी हो सकती है।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क भी
स्ट्रांग रूम में प्रेक्षक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और तमाम निर्वाचन संबंधित अधिकारी, प्रत्याशी और उनके एजेंट मौजूद हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क, थर्मल स्क्रीनिंग की गई। पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान के निर्देशन में पुलिस व्यवस्था तैनात है।मतगणना स्थल पर हाथ धोने की व्यवस्था भी रखी गई है।
17 अप्रैल को हुए थे चुनाव
गौरतलब है, दमोह विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इसमें कुल 59.81% मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया था। कोरोना काल में हुए इस उपचुनाव में 2018 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले करीब 15% कम मतदान हुआ। 2,39,808 मतदाताओं वाली इस सीट में कुल 359 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए थे।
दोनों ही पार्टियों ने झोंक दी थी ताकत
बता दें कि दमोह उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने प्रचार के दौरान पूरी ताकत झोंक दी थी। बीजेपी की ओर से सीएम शिवराज सिंह चौहान चार बार दमोह में आम सभा संबोधित करने पहुंचे थे। साथ ही, कई कैबिनेट मंत्री और विधायक-सांसद भी चुनाव प्रचार के लिए दमोह आए थे। इसी तरह कांग्रेस की तरफ से भी पूर्व सीएम कमलनाथ तीन बार दमोह आए। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी प्रचार करने पहुंचे थे। कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनकी बेटी मैदान में प्रचार करने उतरी थीं।
11 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव
मतगणना में शामिल होने वाले 4 सौ से ज्यादा अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों ने कोविड की जांच कराने में लापरवाही बरती। तकरीबन 210 सदस्य ही जांच कराने के लिए पहुंचे, जिनमें से 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सवाल यह है कि मतगणना में 375 से ज्यादा लोगों की ड्यूटी स्पष्ट तौर पर लगाई गई है, बाकी के लिए रिजर्व में रखा गया है, लेकिन इसके बाद भी जांच करने में लोगों ने लापरवाही बरती। ऐसे में कौन सा कर्मी पॉजिटिव है या निगेटिव है यह पता नहीं चल पाया है।
दरअसल, आयोग की ओर से जो गाइड लाइन जारी गई थी, उसमें उल्लेख किया गया था कि मतगणना स्थल में प्रवेश करने वालों को पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट या फिर दो टीके लगने का प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
जिन 11 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसमें एक सपाक्स पार्टी का प्रत्याशी भी शामिल हैं। इसके अलावा बीजेपी का एक पूर्व पार्षद भी शामिल है। पॉजिटिव निकले सभी सदस्यों को मेडिकल टीम ने सूचना देकर होम आइसोलेट होने होने का सुझाव दिया है।
प्रत्याशियों के जीत के दावे
भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह का कहना है कि शहर की जनता ने विकास के मुद्दे पर भाजपा को चुना है। मेडिकल कॉलेज एक बड़ी उपलब्धि मिली है। आने वाले समय में लोगों के लिए यह वरदान साबित होगी। जिस हिसाब से ग्रामीण अंचलों में वोटिंग हुई है। उससे हमारी जीत पक्की है। हम 4 से 5 हजार वोटों से जीत रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन का कहना है कि यह चुनाव शहर की जनता के मान और सम्मान का चुनाव था। जनता ने टिकाऊ और बिकाऊ के मुद्दे को स्वीकार किया है। हमने घर-घर जाकर वोट मांगा है। लोगों ने मुझे भरपूर प्यार दिया है। इसलिए हमारी पार्टी ढाई से 3000 वोटों से जीत रही है।
2018 राहुल सिंह से हारे से मलैया
2018 में बीजेपी प्रत्याशी जयंत मलैया बहुत कम अंतर से हारे थे। पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को 2018 के विधानसभा चुनाव में 78,199 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के राहुल सिंह लोधी को 78997 वोट मिले थे। वहीं, 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से जयंत मलैया को जीत मिली थी, लेकिन यह जीत महज 5000 वोट से ही मिली थी। इसी तरह, 2008 के विधानसभा चुनाव में भी जयंत मलैया मात्र 130 वोटों से ही जीते थे। इस चुनाव में हार जीत में सिर्फ 0.1 फ़ीसदी वोटों का ही अंतर रहा।