इंदौर।
प्रदेश नहीं, पूरे विश्व में महामारी से मौतें हो रही है। लोग दंगों में नहीं मर रहे हैं, इसलिए आंकड़े छुपाने का सवाल ही नहीं उठता है। सरकारी कागज की एक प्रक्रिया होती है, इसलिए भ्रम की सि्थति पैदा हो रही है।
यह बात प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का महामारी के इस दौर में ट्वीट करने के अलावा कोई योगदान नहीं है। एक नेता ने ट्वीट कर दिया कि उड़ीसा में आक्सीजन का इंतजाम किया है। पांच टैंकर प्रदेश सरकार भेज दें, क्या कांग्रेस नेता खुद इंतजाम नहीं कर सकते। संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भी वे प्रस्ताव तक नहीं भेज रहे है। डेढ़ साल पहले प्रदेश में राजनीति करने का अवसर था, तब कमल नाथ ने राजनीति का मौका गंवा दिया। अब महामारी में राजनीति कर रहे है।
इंदौर में बढ़ते संक्रमण के मामलों पर मंत्री ने कहा कि इंदौर की में संक्रमण की दर सि्थर है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में महामारी ने दस्तक दी है। वहां चिंता ज्यादा जरुरी है।
महामारी के दौर में चुनाव से जुड़े सवाल पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि केरल, असम में चुनाव नहीं थे, तब कोरोना नहीं था क्या। बंगाल में जब राहुल गांधी की सभा फ्लाप हुई तो चुनाव में कोरोना घुस आया। दिल्ली, महाराष्ट्र में तो चुनाव नहीं थे। वहां सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। जहां चुनाव है वहां बाद में कोरोना आयाा है। मंत्री ने एक सवाल के जबाव में कहा कि कोरोना का स्थाई इलाज वैक्सीन है। प्रदेश में एक-दो दिन मे वैक्सीन की खेप आ जाएगी। हमने 45 लाख डोज मंगाए हैं।