इंदौर सोनिया गांधी से लेकर दिग्विजय सिंह… किसी ने भी वैक्सीनेशन नहीं करवाया है। वे वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई वैक्सीन को भाजपा का बता रहे हैं। काेराेना से राेकथाम का एक मात्र तरीका 100 फीसदी वैक्सीनेशन ही है। यह बात मंगलवार को कोरोना की समीक्षा करने के बाद मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से कही। गृहमंत्री कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार इंदौर पहुंचे और यहां के हालातों पर अधिकारियों से चर्चा की।
उन्होंने ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत को जल्द दूर करने का आश्वासन देते हुए बंगाल चुनाव पर भी बात की। उन्होंने कहा कि बंगाल में हम 200 से अधिक सीट जीतकर सरकार बनाएंगे। बीजेपी के जीतने पर वे कहेंगे- ईवीएम में गड़बड़ी की थी।
दंगे तो हैं नहीं, जो मौत के आंकड़े छिपाएंगे प्रदेश में मौत के आंकड़े छिपाने को लेकर कहा कि हम आंकड़े क्यों छिपाएंगे। कोई दंगे तो नहीं हो रहे हैं, यह तो महामारी है। पुलिस जवान के शहीद होने पर उन्हें 50 लाख रुपए की मदद मिलेगी। साथ ही जेल में बंद करीब साढ़े 4 हजार कैदियों को 60 दिन की पैरोल दी जा रही है।
गृहमंत्री से मीडिया के सवाल और उनके जवाब
इंदौर सहित प्रदेशभर में ऑक्सीजन की किल्लत है, इसकी सप्लाई किसी प्रकार से होगी? प्रधानमंत्री ने जो गाइड लाइन बताई है, उसके अनुसार ऑक्सीजन की सप्लाई प्लेन के जरिए ही की जाएगी। टैंकर उसी माध्यम से जाएंगे और आएंगे। रेल मार्ग से भी ऑक्सीजन की सप्लाई जारी रहेगी।
कांग्रेस विधायक इंजेक्शन और ऑक्सीजन के लिए शासन-प्रशासन को रुपए देने को तैयार हैं, आप उनका ऑफर क्यों नहीं स्वीकार रहे?
हमें सभी का ऑफर स्वीकार है। हमें पता है कि यह ऑफर कागजी है। आखिर ऑफर क्यों देना, कलेक्टर को लिखकर दे आओ। एक कांग्रेस विधायक कह रहे थे कि मैंने उड़ीसा में पांच टैंकर ऑक्सीजन की व्यवस्था की है। वहां से उठा लो। यह हास्यास्पद बात है। 35 साल से सांसद हैं, बेटा सांसद है। नेता प्रतिपक्ष हैं। बड़े उद्योगपति हैं, इसके बाद भी पांच टैंकर नहीं ला पा रहे हैं। पहले 15 महीने सरकारी सुविधा ली, अब भी नेता प्रतिपक्ष के रूप में ले रहे हैं। कांग्रेस मरीजों का मखौल उड़ा रही है। 5 लाख ले लो, 10 लाख ले लो, 50 लाख ले लो… अरे लिखकर कलेक्टर को दो ना, मीडिया को क्या कह रहे हो। प्रचार कर रहे हो करो, किसी कलेक्टर ने कोई चिट्ठी लौटाई है क्या। इस आपदा में कांग्रेस का सोशल मीडिया पर मैसेज करने के अलावा कोई योगदान नहीं है।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह की वैक्सीन लगवाते फोटो देखी क्या। लॉकडाउन और जनता कर्फ्यू तात्कालिक है। कोराेना का स्थाई इलाज वैक्सीन ही है। जिन देशों ने वैक्सीन को प्राथमिकता दी, वहां आज 80 से 90 फीसदी कोरोना नियंत्रण में है। जिस दिन से वैक्सीन आई, इन्होंने विरोध किया। किसी ने इसे पानी कहा, किसी ने शुगर कहा। किसी ने इसे भाजपा की वैक्सीन बता दिया। जब कमलनाथ को राजनीति करनी थी, तब करते। डेढ़ साल पहले उन्हें मौका मिला था ना। वैक्सीन पर राजनीति क्यों। कांग्रेस के किसी पदाधिकारी को अस्पताल में देखा। कोविड सेंटर पर देखा। बिस्तर पर लेटकर मैसेज करना, यही उनका योगदान है।
मप्र में कोरोना से मौत का आंकड़ा क्यों छिपाया जा रहा है? मौत का आंकड़ा कोई क्यों छिपाएगा। यह महामारी है, कोई दंगे में नहीं मर रहे हैं लोग। यह प्राकृतिक आपदा है, यह मप्र में नहीं पूरे विश्व में फैली है। आंकड़े आने की एक साइकिल है। निजी से सरकारी अस्पताल में आएगा। यहां से डीन के पास आएगा।डीन के पास से एसडीएम, एडीएम कलेक्टर के पास आएगा, जिसके बाद आंकड़े जारी होते हैं। आप चाहते हो वह आंकड़े तत्काल आ जाएं। सरकारी कागज के चलने की एक प्रक्रिया है और यहीं से भ्रम पैदा होता है।
इंजेक्शन की लगातार कालाबाजारी की बात सामने आ रही है, इस पर क्या एक्शन होगा? कालाबाजारी करने वालाें पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं बचेगा। सभी पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी।
बंगाल चुनाव में क्या स्थिति है? हम बंगाल में 200 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं। 2 मई को जब वे चुनाव हारेंगे तो कहेंगे कि ईवीएम में गड़बड़ी थी। कांग्रेस जब चुनाव रहती है तो कहती है ईवीएम में गड़बड़ी। जब जीत जाती है तो कहती है भाजपा की हवा खत्म हो गई।
वैक्सीन, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर को लेकर क्या कहेंगे? वैक्सीन की खेप एक से दो दिन में आ जाएगी। हमारे पास 45 लाख वैक्सीन की खेप आ रही है। ऑक्सीजन की स्थिति अब बेहतर हो रही है। अब त्राहि-त्राहि की स्थिति नहीं है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी अब दिक्कत नहीं आएगी। इस बार हम ज्यादा मात्रा इंजेक्शन आ रहे हैं। निजी और सरकारी अस्पताल में भरपूर इंजेक्शन मिलेंगे। कोरोना के कारण परिवार तो परिवार रिश्तेदार भी भयभीत हो जाते हैं। एक को कोरोना होता है, बाकी परिवार के लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन खोजने निकल जाते हैं। वे उसे लाकर घर में रख लेते हैं और यहीं से किल्लत शुरू हो जाती है। जबकि इंजेक्शन 40 या 50 फीसदी से ज्यादा संक्रमित मरीज को लगता है। नहीं मिलने पर वे ब्लैक में बात करने लगते हैं कि कितने में भी मिले दिलवा दो। मीडिया को लोगों के बीच से यह सब भ्रम दूर करना चाहिए।
मद्रास हाई कोर्ट का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है? हाई कोर्ट के हर निर्णय का सम्मान है। उनका निर्णय सिर माथे पर है। मगर, कांग्रेस के एक नेता ने चुनाव को लेकर ऐसा ही बयान दिया था। तमिलनाडु, केरल, आसाम में चुनाव हुए, तब कोरोना नहीं था। जैसे ही पश्चिम बंगाल में राहुल बाबा की सभा फ्लॉप हुई, वैसे ही कोरोना चुनाव में घुस आया। महाराष्ट्र में कोई चुनाव नहीं है, वहां सबसे ज्यादा कोरोना के केस हैं। छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली में चुनाव नहीं हैं, फिर भी वहां कोरोना है। यह महामारी है, इसलिए किसी पर दोष नहीं डालना चाहिए। जहां चुनाव नहीं है, वहां सबसे पहले कोरोना आया। जहां चुनाव हुए, वहां सबसे बाद में आया। मैं कांग्रेस के लोगों का जवाब दे रहा हूं, हाई कोर्ट का जवाब नहीं दे रहा हूं।
इंदौर में कोरोना संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है? यह कहना सही नहीं है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण दर्ज स्थिर है। ग्रामीण एरिया में दस्तक जरूर हो रही है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। सरकार से पांच लोगों की समिति बनाई है। कोविड सेंटर भी बनाए जा रहे हैं।
मंत्री ने यह जानकारी भी साझा की
मंत्री मिश्रा ने कहा कि कोरोना संकट को लेकर अधिकारियों से बात की है। इंदौर में 724 जवान सेवा करते हुए संक्रमित हुए हैं। वर्तमान में 111 जवानों का इलाज चल रहा है। इनमें से 5 आईसीयू में है। इनमें करीब 60 साल की उम्र एक बहन की हालत गंभीर है। पुलिस हम सब की सुरक्षा के लिए गली-चौराहों पर खड़े रहते हैं। हम अब पुरानी योजना कोरोना योद्धा को दो महीने के लिए आगे बढ़ा रहे हैं। जवान के शहीद होने पर उन्हें कोरोना योद्धा के रूप में 50 लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी। पुलिस वेलफेयर से एक लाख रुपए की तत्काल सहायता दी जाएगी। जेल विभाग को लेकर कहा कि दंडित बंदियों की पहले की तरह 60 दिन का पैरोल स्वीकृत करने जा रही है। करीब साढ़े 4 हजार बंदी जेल से रिहा किया जाएंगे। वे 60 दिन के लिए अपने-अपने घर जाएंगे।