जबलपुर ।
जबलपुर में प्राणवायु ऑक्सीजन की कमी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के प्राण हरने पर आमादा है। गुरुवार सुबह आगा चौक स्थित लाइफ मेडिसिटी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते कई मरीजों की जान सांसत में पड़ गई। एक मरीज की मौत हो गई। जिसके बाद दहशत में आए कुछ ड्यूटी डॉक्टर अस्पताल से भागने के लिए मजबूर हो गए। स्वजन ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हालात बिगड़ता देख बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला। पुलिस अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत कराया जिसके बाद बमुश्किल 10 ऑक्सीजन सिलेंडर मिल पाए और किसी तरह अन्य गंभीर मरीजों की जान बचाने की कवायद शुरू हुई। समाचार लिखे जाने तक अस्पताल में पुलिस बल तैनात रहा।
इधर, शहर के अन्य निजी अस्पतालों से भी यही सूचनाएं मिल रही हैं कि ऑक्सीजन की कमी हो गई है। ऐसे में कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज असंभव हो रहा है। तमाम निजी अस्पतालों ने कोरोना वायरस गंभीर से संक्रमित मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए हैं।
आदित्य का प्लांट खराब, जेनिम में सुबह 4 बजे पहुँचा लिक्विड ऑक्सीजन का टैंक: जबलपुर में रिछाई स्थित आदित्य और जेनिम कंपनी से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। आदित्य में लिक्विड ऑक्सीजन का प्लांट खराब हो गया है वही जेनी में आज सुबह करीब 4:00 बजे लिक्विड ऑक्सीजन पहुंचने के बाद ऑक्सीजन का निर्माण शुरू हो पाया। कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा ने कहा कि लाइफ मेडिसिटी अस्पताल में पुलिस बल तैनात है तथा हालात पर काबू पाया जा रहा है।
नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष वह लाइफ मेडिसिटी अस्पताल के डायरेक्टर डॉ मुकेश श्रीवास्तव का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी इसी तरह बनी रही तो कोरोना वायरस संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो जाएगा। एसोसिएशन इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।