इस बार चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल, 2021 मंगलवार से शुरू हो रहे हैं जो कि कई मायनों में विशेष है। स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ. पंडित गणेश शर्मा ने बताया कि यह संवत्सर मंगल के प्रभाव में रहेगा, वहीं इसके कारक श्रीराम भक्त हनुमान हैं। ऐसे में इस संवत्सर में श्रीराम की पूजा का अन्नय फल मिलेगा। इस संवत्सर के राजा और मंत्री, दोनों मंगल है। मंगल के कारक देव सदैव श्रीराम भक्त हनुमान जी माने गए हैं। वहीं नवसंवत्सर का शुभारंभ भी मंगलवार को है, ज्योतिष में जहां मंगल को पराक्रम का कारक माना गया है। वही इस वर्ष का राजा और मंत्री मंगल ही रहेगा
नवरात्रि में श्री रामरक्षा स्तोत्र की महिमा, चमत्कार और लाभ
राम रक्षा स्तोत्र: पाठ करने से ऐसा प्रभाव बनता है कि जो व्यक्ति यह पाठ करता है उसके चारों ओर सुरक्षा कवच बन जाता है जिसमें वह हर विपत्ति से सुरक्षित रहता है. –
इसका पाठ करने से मनुष्य भय रहित हो जाता है.| नित्य पाठ करने से मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
नित्य प्रति जो राम रक्षा स्तोत्र: पाठ करता है वह वह दीर्घायु, संतान, शांति, विजयी, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
जो इसका पाठ करता है वह दीर्घायु, सुखी, संततिवान, विजयी तथा विनयसंपन्न होता है।
इससे मंगल का कुप्रभाव समाप्त होता है।
मान्यता है कि इसके प्रभाव से व्यक्ति के चारों और सुरक्षा कवच बनता है, जिससे हर प्रकार की विपत्ति से रक्षा होती है।
इसके पाठ से भगवान शिव की भी कृपा प्राप्त होती है एवं भगवान राम के साथ पवनपुत्र हनुमान भी प्रसन्न होते हैं और राम भक्तों की रक्षा करते हैं।
इसका पाठ जीवन में सभी सांसारिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक मुसीबतों से लड़ने के लिए व्यक्ति को सशक्त बनाता है।