इंदौर. कोरोना के एक्टिव मरीज फिर से बढ़ने के साथ ही लॉकडाउन भी रिटर्न हो गया है। रविवार सुबह से इंदौर में 24 घंटे का कर्फ्यू शुरू हो गया है। सभी बाजार, कार्यालय, सब्जी और फल मंडियां, किराना आदि दुकानें सोमवार सुबह तक बंद हो गई हैं। रविवार को मॉर्निंग वॉक के लिए भी लोग घरों से नहीं निकले। शहर के सभी पेट्रोल पंप बंद हैं। दूध का वितरण सुबह सात से दस बजे तक हुआ। वहीं, दवा दुकान भी खुली हैं। हालांकि इमरजेंसी में ही दवाई लेने जाने की अनुमति है। इसके अलावा अस्पताल भी खुले हैं। बेवजह घूमने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्ती दिखाई जा रही है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने चेतावनी दी है कि शहर में संक्रमण फैलने का खतरा फिर से बन रहा है। पहले लोग सब्जियां लेने के बाद सैनेटाइज करते थे, लेकिन अब फिर से लापरवाही करने लगे हैं। हातोद, रालामंडल सहित ग्रामीण एरिया में जो केस सामने आए हैं, उसमें सब्जी वितरण बड़ा कारण बना है। लोग मास्क नहीं पहन रहे।
फार्म हाउस और घरों में पार्टियां कर रहे हैं। इससे एक ही जगह पर 15-20 पॉजिटिव एक साथ आ रहे हैं। इन सब पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है। सांसद शंकर लालवानी ने वीडियो जारी कर कहा कि कुछ लोग लगातार लापरवाही कर रहे हैं। इससे जिस तरह से अन्य शहरों में लॉकडाउन दोबारा लागू हुआ है, यहां भी किया जा सकता है।
- शहर के आसपास के सारे पिकनिक स्पॉट और तालाब अगले आदेश तक बंद।
- सभी बाजार, कार्यालय, सब्जी और फल मंडियां, किराना आदि दुकानें 24 घंटे के लिए बंद।
- सांवेर, देपालपुर, हातोद, बेटमा, राऊ, महू, मानपुर, गौतमपुरा में भी लॉकडाउन।
- सभी लोक परिवहन बंद। लोहा मंडी, ट्रांसपोर्ट नगर, देवास नाका, औद्योगिक क्षेत्र में सभी ट्रेडिंग आदि गतिविधियां बंद हैं।
- धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक एकत्रीकरण के कार्यक्रम नहीं होंगे।
- आवश्यक सेवा जैसे दवा दुकान, अस्पताल, दवाई मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट रविवार को भी चालू।
- नगर निगम, बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी, मीडियाकर्मी, अखबारों के हॉकर्स-एजेंट कर्फ्यू के प्रतिबंध से मुक्त।
- चिकित्सा सुविधा से जुड़े व्यक्ति, डॉक्टर, दवा दुकान संचालक और खेती के लिए लोग आ-जा सकते हैं।