भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उपाध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल के विस्तार में जातीय असंतुलन को लेकर नाराज है। बताया जा रहा है उन्होंने पार्टी नेतृत्व के समक्ष ‘सैद्धांतिक असहमति’ जताई है। वहीं वह आज लखनऊ में अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत में पेश हुईं।
न्यूज एजेंसी वार्ता ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि उमा भारती ने भाजपा नेतृत्व को भेजे संदेश में कहा है, मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की जो जानकारियां मिल रहीं हैं, जिनके अनुसार प्रस्तावित मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है, जिसका मुझे दुख है। मंत्रिमंडल के गठन में मेरे सुझावों की पूर्णत: अनदेखी करना उन सबका अपमान है जिनसे मै जुड़ी हुई हूँ इसलिये जैसे कि मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है उसके अनुसार सूची में संशोधन कीजिये। इस बारे में जब उमा भारती से लखनऊ में संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने ना तो इसका खंडन किया और ना पुष्टि।