जनता कफ्र्यू के सफल और टोटल लॉक डाउन के असफल होने के बाद भोपाल में देर रात से कफ्र्यू लागू कर दिया गया। लेकिन, मंगलवार सुबह से पुराने शहर में एक बार फिर लोग सड़कों पर निकल आए।
वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और कॉलोनियों और बस्तियों की छोटी-छोटी दुकानें खुल गईं। इन पर सामान लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। थोड़ी देर में पुलिस की सायरन बजाती गाड़ियां मौके पर पहुंची और लोगों को समझाइश दी। जो लोग नहीं मान रहे थे, पुलिस ने उनको लाठी का खौफ भी दिखाया। इसके बाद लोग घरों में चले गए। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार आरके मिगलनी को बीमारी के चलते होम आइसोलेशन में रखा गया।शहर के कई इलाकों में पुलिस को कर्फ्यू का पालन कराने के लिए लाठी का सहारा लेना पड़ रहा हैं। राजधानी में एक युवती को कोरोना होने की पुष्टि के बाद मंगलवार से कफ्र्यू लगाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने लोगों से सहयोग की अपील की है। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती है, उसके बाद भी कई लोग बेवजह सड़कों पर घूमते नजर आ रहे है। इसी तरह दो युवक टीटी नगर थाना क्षेत्र में न्यू मार्केट इलाके में घूमते मिले, जिन्हें पुलिस ने उठक-बैठक लगवाई। दोनों युवकों को बतौर सजा 20-20 उठक-बैठक लगवाई।भोपाल के पुलिस उप महानिरीक्षक इरशाद वली का कहना है कि कफ्र्यू तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
झारखंड : नयी सरकार के शपथ ग्रहण के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची के स्कूल रहेंगे बंद
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर रांची शहर में बृहस्पतिवार को स्कूल बंद रहेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी…