
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में 50-50 करोड़ से स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाए जाएंगे। हिमाचल समृद्ध राज्य है और वित्तीय हालत भी बिल्कुल ठीक है। प्रदेश का नाम रोशन करने वालों पर सरकार पैसों की बरसात करेगी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में शामिल होने वाले अन्य खिलाड़ियों को भी पुरस्कार देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही विजेता खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की बात कही।मुख्यमंत्री ने ये बातें वीरवार को राजधानी के होटल पीटरहॉफ में 2018 से 2024 तक के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद कहीं। उन्होंने पुरानी प्रतिस्पर्धाओं में भी देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को नई खेल नीति के अनुसार बढ़ी धनराशि प्रदान की। सीएम ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों की भावनाओं का ध्यान रखेगी। शारीरिक बाधाएं पार कर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि आम खिलाड़ियों के बराबर आठ गुना बढ़ाई गई है। ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि 3 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ की गई है।
रजत पदक विजेताओं को अब 2 की जगह 3 करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं को एक की जगह 2 करोड़ दिए जा रहे हैं। एशियाई और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वालों की पुरस्कार राशि 50 लाख से बढ़ाकर 4 करोड़ रुपये की गई है। रजत पदक विजेताओं को 30 लाख के बजाय 2.50 करोड़, कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख की जगह 1.50 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 लाख के स्थान पर 3 करोड़, रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2 करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख की जगह 1 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।
सीएम बोले – खुद खिलाड़ी रहा हूं, खिलाड़ियों की अनदेखी नहीं कर सकते
सीएम सुक्खू ने कहा कि डाइट मनी के साथ-साथ यात्रा भत्तों में भी बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि वह खुद खिलाड़ी रहे हैं, ऐसे में खेल और खिलाड़ियों की अनदेखी नहीं कर सकते। 150 और 250 रुपये की डाइट मनी को बढ़ाकर 400 और 500 रुपये किया गया है। बाहरी राज्यों में जाने के लिए हवाई यात्रा की सुविधा दी जा रही है।
भाजपा ने सरकार गिराने का प्रयास किया, देवी-देवताओं ने बचाया
सीएम ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रची, लेकिन वर्तमान सरकार पर देवी-देवताओं और प्रदेश की जनता का आशीर्वाद है। कांग्रेस के विधायकों की संख्या एक बार फिर 40 हो गई है। प्रदेश में वित्तीय अनुशासन बनाने के लिए कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं।