इस वक्त की बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान किया है। दिल्ली मुख्यमंत्री ने दो दिन बाद त्यागपत्र देने की बात कही है। इस दौरान उनके साथ AAP नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद हैं।आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पहुंचे। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद सीएम केजरीवाल कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ‘मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दूंगा।
केजरीवाल ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा, ‘आज से दो दिन के बाद मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल इमानदार है, तब तक मैं कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।
चुनाव होने तक नहीं बैठूंगा सीएम कुर्सी पर
केजरीवाल ने कहा- आज मैं जनता की अदालत में हूं। आपसे पूछता हूं कि मुझे ईमानदार मानते हो या गुनहगार मानते हो। दोस्तों, 2 दिन के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं। तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।आज से कुछ महीने बाद चुनाव हैं, जनता से अपील है कि अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं तो मुझे वोट देना, वरना मत देना। आपका एक एक वोट मेरी ईमानदारी का सर्टिफिकेट होगा। अगर आपने वोट दिया तो सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा, वरना नहीं।
मैं अग्नि परीक्षा दूंगा
आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है। मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा।
मैंने जेल में रामायण, गीता और भगत सिंह को पढ़ा
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘सतेंद्र जैन, अमानतुल्ला खान भी जल्दी बाहर आएंगे। दिल्ली के लोगों ने हमारे लिए प्रार्थना की, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.. मैंने जेल में कई किताबें पढ़ीं – रामायण, गीता… मैं अपने साथ भगत सिंह की जेल डायरी लाया हूं। भगत सिंह की डायरी भी पढ़ी.’इसके पहले सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘उनकी छोटी सी पार्टी ने देश की राजनीति बदल दी। जेल में सोचने का वक्त मिला। मैंने जेल से एक ही पत्र लिखा था वो भी एलजी साहब को, 15 अगस्त था, स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सीएम झंडा फहराते हैं। मैंने कहा कि आतिशी जी को झंडा फहराने की इजाजत दी गई। वो चिट्ठी मुझे वापस कर दी गई और मुझे वार्निंग दी गई कि दूसरी बार अगर चिट्ठी लिखी तो आपको परिवार से भी मुलाकात भी नहीं करने दी जाएगी।