दरिद्रता दूर करने के लिए दीपावली पर कुबेर भंडारी का पोटली अवश्य तैयार करें.इससे जन्मों की दरिद्रता दूर होती है घर में अपार धन ऐश्वर्य, संपदा, भवन, आभूषण, रत्न, वाहन, भूखंड व प्रतिष्ठा की प्राप्ति निश्चित होती है. जब लक्ष्मी की सारी साधनाएं विफल हो जाए तब कुबेर पोटली की साधना मनुष्य को अपार धन दौलत प्रदान करती है. जहां पर इस पोटली में चैतन्य कुबेर यंत्र के साथ दक्षिणावर्ती व्यापम भर्ती शंख के साथ स्थापित होगा, उस स्थान पर कुबेर का खजाना स्वयं चल कर आ जाता है. इसमें तनिक भी संशय नहीं है.
कुबेर भंडारी पोटली तैयार करने के लिए सामग्री, तरीका जानें
सामग्री
लाल या ऑरेंज रंग की पोटली में एक अष्ट धातु का कुबेर यंत्र
अष्टधातु का श्री यंत्र
लघु नारियल
दुर्लभ एकाक्षी नारियल
11 धनदायक चितिकोड़ी
11 चमत्कारी अभिमंत्रित गोमती चक्र
शंख में हल्दी से रंगा अरवा चावल भर दें.
अब सभी सामग्री को अभिमंत्रित चार्ज उर्जित करा कर ही प्राप्त करें. तत्पश्चात दीपावली रात्रि में पूजन कर दूसरे दिन धूप अगरबत्ती दिखाकर शास्त्रों के अनुसार धन रखने के स्थान पर या व्यवसाय स्थान पर रखें. सालों भर मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा बनी रहेगी.
हत्था जोड़ी और सियार सिंगी के उपाय बनाते है परम सौभाग्यशाली
हत्था जोड़ी और सियार सिंगी में मां चामुंडे का वास होता है अभिमंत्रित होने के बाद इसकी शक्ति असीम हो जाती है. यदि धनतेरस और दीपावली में से किसी दिनआपको हत्था जोड़ी और सियार सिंगी प्राप्त हो जाए तो यह आपका सौभाग्य ही होगा. अन्यथा आप इन्हें कभी भी किसी भी दिन इसे प्राप्त कर सकते हैं. अगर दीपावली धनतेरस के दिन चार्ज अभिमंत्रित किया हुआ हत्था जोड़ी और सियार सिंगी प्राप्त हो जाए तो परम सौभाग्यशाली होंगे.
काली बिल्ली की जेर से मिलता है कभी न खत्म होने वाला धन
अभिमंत्रित काली बिल्ली का जेर सिंदूर के साथ रखने से आपके पास धन की कमी कभी नहीं रहती. इसे अभूतपूर्व धन का भंडार माना जाता है. यानी कि कभी भी न खत्म होने वाली धन संपत्ति. कहते हैं जिस घर में काली बिल्ली की जेर होती है. उस घर के कोई न कोई व्यक्ति हाई-प्रोफेशन के सिस्टम में जाता है जैसे राजनीति, आई पी एस फिल्मी लाइन या प्रोफेशनल बिजनेसमैन बनता है. काली बिल्ली का जेर, हत्था जोड़ी सियार सिंग ही इन तीनों को एक साथ रखना अद्भुत शक्तियां और आश्चर्यजनक ऊर्जा प्रदान करता है, जो पूरे परिवार के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होता है.