टीम इंडिया टी-20 इंटरनेशनल में लगातार 13 मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाने से चूक गई। साउथ अफ्रीका ने पांच मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 7 विकेट से हरा दिया। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए चार विकेट पर 211 बनाए। ईशान किशन ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीका ने 19.1ओवर में 3 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया।
डेविड मिलर ने 64 और रेसी वान डेर डुसेन ने 75 रनों की पारी खेली। इन दोनों ने चौथे विकेट की साझेदारी में 131 रन जोड़े।
फ्लॉप रहे गेंदबाज, पंत की कमजोर कप्तानी
भुवनेश्वर ने 4 ओवर में 43 रन तो वहीं, आवेश खान ने 4 ओवर में 35 रन खर्च कर दिए।
इस मैच में भारत की हार की सबसे बड़ी वजह गेंदबाजों का फ्लॉप शो रहा। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 43 रन दिए। वहीं, आवेश खान ने 4 ओवर में 35 रन खर्च कर दिए। हर्षल पटेल भी खासे महंगे साबित हुए और 4 ओवर में 43 रन दिए। पहली बार कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत भी प्रभावित नहीं कर सके। हैरानी की बात यह रही कि उन्होंने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल से सिर्फ दो ओवर ही करवाए।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार छठी हार
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को मिलाकर यह भारत की साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार छठी हार है। इससे पहले भारत को साउथ अफ्रीका दौरे पर लगातार दो टेस्ट और तीन वनडे मैचों में हार झेलनी पड़ी थी। डुसेन का कैच छोड़ना भारी पड़ा 15 ओवर के बाद साउथ अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 148 रन था।
यहां से नतीजा किसी भी टीम के पक्ष में जा सकता था। लेकिन, 16वें ओवर की दूसरी गेंद (गेंदबाज आवेश खान) पर श्रेयस अय्यर ने डुसेन का आसान सा कैच छोड़ दिया। डुसेन उस समय 30 गेंदों पर 29 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद उन्होंने तेवर बदले और चौके-छक्कों की बारिश कर दी।
मैच के मोमेंट्स
खतरनाक प्रिटोरियस को हर्षल ने किया क्लीन बोल्ड
भुवनेश्वर कुमार ने शुरु से ही साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा।
हार्दिक पंड्या के पांचवें ओवर में प्रिटोरियस ने तीन छक्के लगाए और ओवर से 18 रन बनाए। इसके बाद अगली ही ओवर में उन्हें हर्षल पटेल ने क्लीन बोल्ड कर दिया। प्रिटोरियस के बल्ले से 13 गेंद में 29 रन निकले। इस दौरान उन्होंने 4 छक्के और 1 चौका जड़ा।
भुवी के स्विंग के आगे साउथ अफ्रीका के कप्तान की एक ना चली
साउथ अफ्रीका को पहला झटका भुवनेश्वर कुमार ने दिया। मैच के तीसरे ओवर में भुवी की इनस्विंगर को साउथ अफ्रीका के कप्तान टेंबा बावुमा समझ ही नहीं पाए और ऋषभ पंत को कैच दे बैठे। पहाड़ जैसे स्कोर का पीछा कर रही साउथ अफ्रीका को एक अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन उन्हें वो नहीं मिल पाई।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम की ओर से ईशान किशन ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। श्रेयस अय्यर ने 36 और कप्तान ऋषभ पंत ने 29 रनों की पारी खेली।
हार्दिक पंड्या ने आखिरी ओवरों में सिर्फ 12 गेंद पर 31 रन बना दिए।
अय्यर ने 27 गेंद पर बनाए 36 रन
श्रेयस अय्यर को नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया और उन्होंने 133.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
टीम इंडिया के लिए नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर ने मैच में 27 गेंद में 36 रन बनाए। उनका विकेट ड्वेन प्रिटोरियस ने लिया। अय्यर ने मैच में 133.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
ईशान का बल्ला खूब बोला
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में ईशान का बल्ला जमकर बोला। उन्होंने 48 गेंद 76 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से 11 चौके और 3 छक्के निकले। इस दौरान ईशान का स्ट्राइक रेट 158.33 का रहा। टी-20 इंटरनेशनल में ईशान की ये तीसरी फिफ्टी है।
पर्नेल ने दिया टीम इंडिया को पहला झटका
ऋतुराज ने मैच में 153.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
पहले विकेट के लिए ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन के बीच 38 गेंद में 57 रन की साझेदारी हुई। गायकवाड़ का विकेट 6 साल बाद साउथ अफ्रीका टीम में वापसी कर रहे वेन पर्नेल ने लिया। ऋतुराज ने मैच में 15 गेंद में 23 रन बनाए। उनके बल्ले से 3 छक्के निकले।
यदि भारतीय टीम आज का मुकाबला जीत लेती है, तो वह इस फार्मेट में लगातार 13 जीत दर्ज करने वाली पहली टीम बन जाएगी। भले ही भारत की नजर वर्ल्ड रिकॉर्ड पर हो, लेकिन साउथ अफ्रीका का भारत में रिकॉर्ड डराने वाला है। अफ्रीका की टीम ने टीम इंडिया के खिलाफ भारत में 4 टी-20 मैच खेले हैं और 3 में टीम को जीत मिली है।
ऋषभ पंत टीम इंडिया के लिए पहली बार कप्तानी कर रहे हैं।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
भारत- ऋषभ पंत (कप्तान), ऋतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, युजवेंद्र चहल, आवेश खान
साउथ अफ्रीका- क्विंटन डिकॉक, रेसी वेन डर डुसेन, टेंबा बावुमा (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, ड्वेन प्रिटोरियस, डेविड मिलर, वेन पर्नेल, तबरेज शम्सी, कगिसो रबाडा, एनरिक नोर्त्या, केशव महाराज