लखनऊ ।
प्रदेश सरकार ने आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए ‘सबका विश्वास’ के तहत अल्पसंख्यकों को स्वरोजगार के लिए कर्ज देने का दायरा बढ़ा दिया है। पिछले वर्ष केवल 18 जिलों के नौजवानों को योजना का लाभ दिया गया था। वहीं, इस वर्ष 54 जिलों के करीब 2400 अल्पसंख्यकों को कर्ज दिया जाएगा। बड़े शहरों में 60 और छोटे शहरों में 30 युवाओं को कर्ज देने का लक्ष्य तय किया गया है। करीब 13 साल से बंद पड़ी इस योजना को पिछले वर्ष योगी सरकार ने ही शुरू कराया था। पिछले साल 18 जिलों के 664 लाभार्थियों को 10 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया था। इस वर्ष इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए कुल 54 अल्पसंख्यक बहुल जिलों में कर्ज देने का निर्णय किया है। इसमें अल्पसंख्यकों को अपना रोजगार शुरू करने के लिए एक लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक का कर्ज मात्र छह फीसद ब्याज पर दिया जाएगा। कर्ज की वापसी पांच वर्षों में 20 त्रैमासिक किस्तों के रूप में करनी होगी।
इस योजना के लिए लाभार्थी की पारिवारिक आय ग्रामीण क्षेत्रों में 98 हजार व शहरी क्षेत्रों में 1.20 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। कर्ज के लिए आवेदन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के यहां जमा होंगे। लाभार्थियों के चयन के लिए प्रत्येक जिले में डीएम या सीडीओ की अध्यक्षता में चयन समिति गठित कर दी गई है। इसमें जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, निगम द्वारा नामित अधिकारी व प्रधानाचार्य आइटीआइ सदस्य बनाए गए हैं। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी निगम के जिला प्रबंधक होते हैं, उन्हें सदस्य सचिव बनाया गया है। चयन समिति द्वारा प्रत्येक जिले में स्वीकृत लाभार्थियों की संख्या के अलावा 10 फीसद लाभार्थियों की प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी।
अधिक आमदनी वालों को आठ फीसद ब्याज पर कर्ज : इस बार आठ लाख रुपये तक की सालाना आमदनी वाले परिवारों के बच्चों को भी कर्ज दिया जाएगा। हालांकि उन्हें छह फीसद के बजाय आठ फीसद की दर से ब्याज देना होगा। इस श्रेणी के लाभार्थियों की सूची अलग बनाई जाएगी।
इन जिलों को मिलेगा लाभ : सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, मुरादाबाद, संभल, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, अलीगढ़, कासगंज, आगरा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, कानपुर, कन्नौज, इटावा, झांसी, जालौन, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, अयोध्या, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, फतेहपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, महोबा व भदोही।