नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिले स्पष्ट बहुमत के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मिले। मोदी ने ट्विटर पर तस्वीर पोस्ट कर लिखा- ”भाजपा की जीत आज संभव हो पाई है, क्योंकि आडवाणीजी जैसे लोगों ने पार्टी को मजबूत करने के लिए दशकों तक काम किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की। आडवाणी-जोशी भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं।
‘अब स्वादिष्ट फल दिलाने की जिम्मेदारी’
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुरली मनोहर जोशी ने मीडिया से कहा, ‘‘यह हमारी पार्टी की परंपरा है। हम वयोवृद्ध से शुभकामनाएं लेते हैं, ताकि भविष्य में और शक्ति के साथ काम कर सकें। इसी दृष्टि से प्रधानमंत्री जी और अध्यक्ष जी यहां आए थे। दोनों ने करिश्माई आंकड़ा हासिल किया। हमने पार्टी का बीज लगाया था। अब देश को स्वादिष्ट फल दिलाना इन दोनों की जिम्मेदारी है।’’
‘‘एक बात स्पष्ट थी कि देश के सामने मजबूत सरकार बनाने की आवश्यकता थी। एक पार्टी के नाते भाजपा और प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी का कोई विकल्प नहीं था। विपक्ष उनके सामने कुछ नहीं कर पाया। मैं सिर्फ एक उम्मीद करता हूं कि पार्टी अपना बेहतरीन काम करे और लोगों को नतीजे डिलीवर करे।’’ जोशी से यह पूछे जाने पर कि मोदी उनके यहां 15 मिनट रहे, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मेरे यहां महीनों रहे हैं, 15 मिनट तो बेहद कम हैं।
30 मई को हो सकता है शपथ ग्रहण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 28 मई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आभार रैली करेंगे। इसके बाद 30 को उनका शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
23 मई को आए नतीजों में भाजपा+ को 352, कांग्रेस+ को 96 और अन्य को 94 सीटों पर जीत मिली। भाजपा ने अपने दम पर 303 सीटें जीतीं। गुरुवार को मोदी ने भाजपा मुख्यालय में कहा था कि कभी हम दो थे, दोबारा सत्ता में आए, लेकिन हम अपने आदर्श नहीं छोड़ते हैं।
- नतीजों में भाजपा+ को 352, कांग्रेस+ को 96 और अन्य को 94 सीटें मिलीं
- नरेंद्र मोदी दूसरी बार स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में लौटे
- 28 मई को वाराणसी में मोदी की आभार रैली, 30 को ले सकते हैं शपथ