मुंबई। कोरोना की दूसरी लहर से सबसे प्रभारित राज्य महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की मेयर ने कहा है कि उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेले से लौटने वाले तीर्थयात्री अपने राज्यों में कोरोना वायरस को “प्रसाद” के रूप में वितरित करेंगे। बृहन्मुंबई नगर निगम की महापौर किशोरी पेडनेकर ने यह भी कहा कि वे मुंबई लौटने पर तीर्थयात्रियों को क्वारंटीन करने के बारे में विचार कर रहे हैं। मेयर ने यह भी कहा कि उन्हें अपने क्वारंटीन का खर्च भी उठाना होगा।
पेडनेकर ने कहा, “कुंभ मेले से अपने-अपने राज्यों में लौटने वाले लोग कोरोना को ‘प्रसाद’ के रूप में वितरित करेंगे। इन सभी लोगों को अपने-अपने राज्यों में अपने स्वयं के खर्च पर अलग-थलग किया जाना चाहिए। मुंबई में भी, हम उन्हें उनकी वापसी पर क्वारंटीन में रखने के बारे में सोच रहे हैं।”
आपको बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ के दिनों भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया में इसको लेकर लोग सवाल भी उठा रहे हैं। हालांकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतों से अपील की है कि कोरोना संकट के चलते अब कुम्भ को प्रतीकात्मक ही रखा जाए। उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से फोन पर बातचीत की और सभी संतों का हाल जाना। साथ ही उन्होंने संतों से आग्रह किया कि अब कुंभ को कोरोना संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए।
पेडनेकर ने यह भी कहा कि उग्र महामारी के कारण मुंबई में “पूर्ण तालाबंदी” लागू की जानी चाहिए। पेडनेकर ने कहा कि मुंबई में करीब 95% लोग कोरोना प्रतिबंधों का पालन कर रहे हैं। सिर्फ 5% लोग ही हैं, जो प्रतिबंधों का पालन नहीं कर रहे हैं, वे दूसरों को परेशान कर रहे हैं। मुझे लगता है कि कोरोना वायरस की मौजूद स्थिति को देखते हुए मुंबई में पूर्ण लॉकडाउन लगा दी जानी चाहिए।