14 अप्रैल को सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। साल 2021 में अब तक शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं हो पाए हैं। खरमास के अलावा बृहस्पति और शुक्र तारा अस्त होने के कारण शुभ कार्यों में रोक लगी हुई थी। हालांकि 14 अप्रैल के बाद यह रोक समाप्त हो जाएगी और फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। हिंदू धर्म के अनुसार 22 अप्रैल से शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम के लिए मुहूर्त बन रहे हैं। इसके बाद जुलाई और नवंबर-दिसंबर के महीने में भी कई अच्छे मुहूर्त हैं, जिनमें मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।
22 अप्रैल से शुरू होंगे शादी-विवाह
18 अप्रैल के बाद गुरु और शुक्र दोनों ग्रह उदित अवस्था में होंगे और खरमास भी समाप्त हो चुका होगा। ऐसी स्थिति में शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त मुहूर्त बनेंगे। 22 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे हैं।
किस महीने में विवाह के कितने मुहूर्त
अप्रैल- 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30
मई- 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29, 30
जून- 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23, 24
जुलाई- 1, 2, 7, 13, 15
नवंबर- 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30
दिसंबर- 1, 2, 6, 7, 11, 13
क्यों नहीं हो रहे थे शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्यक्रम
13 जनवरी तक खरमास के कारण शादी-विवाह नहीं हो रहे थे। इसके बाद 19 जनवरी से लेकर 14 फरवरी तक बृहस्पति के अस्त होने से शादी का कोई मुहूर्त नहीं बना। 14 फरवरी के दिन शुक्र ग्रह अस्त हो गया, जो कि 18 अप्रैल को फिर उदित होगा। इस वजह इस साल अभी तक शादी का कोई अच्छा मुहूर्त नहीं बना है। शादी-विवाह के लिए गुरू और शुक्र दोनों का उदित होना जरूरी है। गुरू वैवाहिक सुख यानि शादी होगी या नहीं और शुक्र दांपत्य जीवन के लिए उत्तरदायी होते हैं। इसी वजह से इन दोनों के न होने पर विवाह की अनुमति नहीं दी जाती है।