उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्रवाद का मतलब एक फोटो के सामने भारत माता की जय या फिर जय हो बोलना भर नहीं है। अगर आप लोगों को धर्म, जाति, ग्रामीण और शहरी आधार पर बांटते हैं तो भारत माता की जय नहीं कह रहे हैं। उनका कहना है कि असली देशभक्ति है कि सबके लिए जय हो।
बच्चों को मिले संस्कारपरक शिक्षा
- शनिवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों से चर्चा के दौरान उप राष्ट्रपति ने कहा कि मौजूदा शिक्षा ढांचे में बदलाव की जरूरत लंबे अर्से से महसूस की जा रही है। उनका कहना है कि अंग्रेजी मानसिकता को खत्म करना होगा। बच्चों को सही इतिहास पढ़ाना होगा।
- उन्होंने कहा कि प्राचीन सामाजिक व्यवस्था की जानकारी के साथ संस्कारपरक शिक्षा उन्हें देनी होगी। देखना होगा कि शिक्षा बच्चों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करे।
- वेंकैया ने कहा कि असीम संभावनाएं हमारी प्रतीक्षा कर रही हैं। युवा इनका लाभ उठाकर नए भारत का निर्माण करें, जिसमें भय, भ्रष्टाचार, भूख और भेदभाव की कोई जगह न हो।
- उनका कहना था कि युवा अशिक्षा, गरीबी, जातिवाद, ग्रामीण और शहरी के बीच के भेदभाव को दूर करने का प्रयास करें, यही हमारा नया भारत होगा।
वेंकैया नायडू ने कहा- शिक्षा ढांचे में बदलाव जरूरी, अंग्रेजी मानसिकता को खत्म करना होगा