इंदौर कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में आए यह रोते बिलखते दंपति अपनी व्यथा जनसुनवाई में सुना रहे हैं। दरअसल मामला यह है कि इनकी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया और इन्हें वहां से बेदखल कर दिया गया।
मामला इंदौर के बसंत विहार से लगी पिपलिया कुमार कॉलोनी का है। 1997 में रामपाल कश्यप से एक प्लॉट खरीदा था, जिसकी रजिस्ट्री 2006 में पार्वती बाई शर्मा के नाम से कराई गई। इस दौरान प्लाट पर मेरे द्वारा बाउंड्री वाल और एक कमरे का निर्माण भी कराया गया, लेकिन जब 2011 में मेरे द्वारा नवीन निर्माण के लिए प्लाॅट पर गए तो वहां पर नागेंद्र सिंह ठाकुर के द्वारा बाधा डाली गई और धमकी भरे लहजे में कहा कि आप यहां मकान नहीं बना सकते और हमारी बाउंड्री वाल और मकान को तोड़ दिया। प्लाॅट पर बार-बार जाने के बाद नागेंद्र सिंह गुंडों को भेज कर हमें डराया धमकाया जाता है। इसकी शिकायत पुलिस थाने में करने के बाद भी आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरन कलेक्टर कार्यालय में शिकायत लेकर पीड़ित यहां आए। जनसुनवाई में अधिकारियों ने पीड़ितों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।