लखनऊ.बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षमायावती ने प्रधानमंत्री की ओर से बुधवार को एक देश, एक चुनाव के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से किनारा कर लिया है।मायावती ने बैठक में शामिलनहीं होने के फैसले पर कहा कि बैलेट पेपर के बजाए ईवीएम से चुनाव कराए जाने की सरकारी जिद से देश के लोकतंत्र औरसंविधान को असली खतरा है।
उन्होंने कहा कि ईवीएम के प्रति जनता का विश्वास चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है।ऐसे में इस घातक समस्या पर विचार करने के लिए अगर आज की बैठक बुलाई गई होती तो मैं अवश्य ही उसमें शामिल होती।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा-‘किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित नहीं है। देश में ’एक देश, एक चुनाव’ की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजबारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलन्त समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास औरछलावा मात्र हैं।’
मायावती मंगलवार शाम को दिल्ली से लखनऊ पहुंची थीं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी की बुलाई इस बैठक में उनके अलावा टीएमसी की ममता बनर्जी, टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, आप के अरविंद केजरीवाल और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल नहीं हो रहे हैं। साथ ही टीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी इस बैठक से दूर रहेंगे।