दिग्विजय ने उठाया सवाल, कमलनाथ ने आरएसएस दफ्तर पर सुरक्षा बहाल करने के दिए निर्देश

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  • भोपाल में आरएसएस दफ्तर की सुरक्षा बहाल करने का निर्देश
  • सोमवार रात एसएएफ गार्ड को संघ के दफ्तर से हटाया गया था
  • सीएम कमलनाथ बोले- सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने के दिए निर्देश
  • कहा- चुनाव की वजह से सुरक्षा हटाए जाने की मिली थी जानकारी

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि चुनाव की वजह से आरएसएस दफ्तर समेत कई जगहों से सुरक्षा हटाए जाने की जानकारी मिली थी। सोमवार रात भोपाल के आरएसएस कार्यालय समिधा भवन से सुरक्षा को हटा लिया गया था। यहां पर करीब 10 साल से एसएएफ के जवान तैनात थे।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के दफ्तर पर एसएएफ (स्पेशल आर्म्ड फोर्सेज) की सुरक्षा बहाल करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि चुनाव की वजह से आरएसएस दफ्तर समेत कई जगहों से सुरक्षा हटाए जाने की जानकारी मिली थी लेकिन उन्होंने निर्देश दिए हैं कि आरएसएस दफ्तर पर एसएएफ सुरक्षा फिर से मुहैया कराई जाए।
सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘हमारे आरएसएस के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन भोपाल में संघ के दफ्तर से सुरक्षा हटाए जाने के फैसले का मैं समर्थन नहीं करता हूं। इसलिए मैंने अधिकारियों को आरएसएस कार्यालय पर सुरक्षा फिर से बहाल करने के निर्देश दिए हैं। चुनाव की वजह से संघ दफ्तर समेत छह जगहों से सुरक्षा हटाए जाने की जानकारी मिली थी।
इस बीच भोपाल के एएसपी (जोन-एक) ने आरएसएस दफ्तर से एसएसएफ सुरक्षा हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ऐसा चुनाव की वजह से किया गया था। एएसपी ने कहा, ‘एसएएफ गार्ड को हटाया गया है लेकिन आरएसएस कार्यालय से सुरक्षा नहीं हटाई गई है। चुनावी प्रक्रिया में एसएएफ की जरूरत थी और आरएसएस दफ्तर समेत छह जगहों से उन्हें हटाया गया है। इस संबंध में कोई आदेश नहीं दिया गया था। यह एक रूटीन प्रक्रिया थी।’

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भोपाल लोकसभा सीट से पार्टी के कैंडिडेट दिग्विजय सिंह ने इससे पहले ट्वीट करते हुए कहा, ‘भोपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है। मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से अनुरोध करता हूं कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।’

बताया जा रहा है कि सोमवार रात भोपाल के आरएसएस कार्यालय समिधा भवन से सुरक्षा को हटा लिया गया था। यहां पर करीब 10 साल से एसएएफ के जवान तैनात थे। रात में तकरीबन 11 बजे तक एसएएफ के जवानों ने तंबू समेत अपना सामान वहां से हटा लिया।

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