एमपी में बर्ड फ्लू की दस्तक, मृत मिले कौओं में बर्ड फ्लू बीमारी की पुष्टि, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

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मध्य प्रदेश के इंदौर के रेसीडेंसी इलाके में मृत मिले कौओं में बर्ड फ्लू बीमारी की पुष्टि हुई है। इसे देखते हुए वन विभाग ने प्रदेश के सभी संरक्षित क्षेत्रों (अभयारण्य और नेशनल पार्क) के प्रबंधन को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। उनके प्रबंधन से कहा गया है कि क्षेत्र के सभी जलाशय की लगातार निगरानी करें और किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर स्थानीय पशु चिकित्सकों की मदद से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजें।

इंदौर में मृत मिले कौओं में बर्ड फ्लू के वायरस  की पुष्टि, पशुपालन विभाग ने जारी किया अलर्ट 

राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है। पिछले दिनों इंदौर में मृत मिले कौओं में बर्ड फ्लू के वायरस (एच-5, एन-8) की पुष्टि हुई है। पशु चिकित्सा विभाग ने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल से कौओं के शव का परीक्षण कराया था। इसकी रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसी कड़ी में वन विभाग ने संरक्षित क्षेत्रों के संचालकों को निगरानी बढ़ाने को कहा है। वहीं संचालक पशुपालन ने सभी संयुक्त संचालक और उप संचालक को भी निगरानी बढ़ाने को कहा है।

कोरोना महामारी से जूझ रहे राजस्थान में अब बर्ड फ्लू का खतरा

पिछले नौ माह से कोरोना महामारी से जूझ रहे राजस्थान में अब बर्ड फ्लू का खतरा हो गया है। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए राजस्थान के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व और अन्य इलाकों में बर्ड फ्लू को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। दरअसल, पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में करीब 400 कौओं की मौत को देखते हुए वन, पशुपालन और चिकित्सा विभाग सतर्क हुआ है। सरकार ने जिला कलेक्टरों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के जोधपुर जिले में सबसे अधिक करीब 200 कौओं की मौत अब तक हो चुकी है। वहीं, झालावाड़ में 80, बारां में 70, कोटा में 30 कौओं की मौत की बात सामने आई है।

कई जिलों में हुई कौओं की मौत

सवाईमाधोपुर, नागौर व टोंक जिलों में भी कुछ कौओं की मौत हुई है। नागौर में करीब पांच दर्जन मोर की मौत भी हुई है। इनकी मौत जहरीला पदार्थ खाने से होने की बात सामने आई है। कौओं की मौत के बाद पशुपालन विभाग की टीम ने अलग-अलग स्थानों से सैंपल लिए हैं। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन एमएल मीणा की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रदेश में बर्ड फ्लू के वायरस मिले हैं। इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। टाइगर रिजर्व के लिए यह सबसे खतरनाक हो सकते हैं, इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने वैटलेंड्स पर भी निगरानी रखने के लिए कहा है। प्रदेश की पशुपालन सचिव आरूषी मलिक ने इस संबंध में जिला स्तर के अधिकारियों को सजग रहने के लिए कहा है।

52 मोरों सहित छोटे पक्षियों की मौत

इधर, अजमेर संभाग के नागौर जिले में मकराना उपखंड के ग्राम कालवा बड़ा में शुक्रवार को किसी जहरीले पदार्थ के खाने से 52 मोरों सहित कई छोटे पक्षी मर गए। मौके पर पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम लगभग 50 मोर का उपचार कर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है। वहीं, दो टीम बना कर मृत मोर का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। कुचामन से डीडीएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। कालवा बड़ा के सरपंच दिलीप सिंह ने बताया कि सुबह घर से बाहर आने पर एक बरगद के पेड़ नीचे काफी संख्या में मोर मृत मिले, जिसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दी गई। सूचना पर नायब तहसीलदार गजेंद्र सिंह मय टीम मौके पर पहुंचे।

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