नई दिल्ली, भाजपा ने गुरुवार को संगठन में अहम बदलाव करते हुए संयुक्त महासचिव (संगठन) वी. सतीश को नवसृजित ‘ऑर्गेनाइजर’ पद पर नियुक्त किया। साथ ही इसी पद पर रहे सौदान सिंह उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। संयुक्त संगठन सचिव शिव प्रकाश अपने पद पर बने रहेंगे, लेकिन उनकी जिम्मेदारी बदल दी गई है।
भाजपा की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पहले उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश तथा बंगाल में पार्टी का कामकाज देख रहे प्रकाश अब भोपाल में रहकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा बंगाल का कामकाज देखेंगे। सतीश अब पार्टी के संसदीय कार्यालय, एससी/एसटी मोर्चा तथा इसके विशेष संपर्क कार्यक्रमों के संयोजन का कामकाज संभालेंगे। पहले वह राजस्थान, गुजरात तथा महाराष्ट्र में पार्टी का कामकाज देखते थे। रायपुर में रहकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार तथा झारखंड में पार्टी का काम कर रहे सौदान सिंह अब चंडीगढ़ में तैनात रह कर चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश का कामकाज देखेंगे। ये तीनों नेता- सतीश, प्रकाश तथा सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक हैं।
शिवप्रकाश मध्य प्रदेश सहित छह राज्यों का संभालेंगे संगठन
वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश का मुख्यालय भोपाल को बनाया है। वे भोपाल से मध्य प्रदेश सहित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल सहित छह राज्यों के संगठन का प्रभार देखेंगे।
राष्ट्रीय महासचिव और भाजपा मुख्यालय के प्रभारी अरण सिंह के हस्ताक्षर से जारी आदेश में मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के मूल निवासी सौदान सिंह को राष्ट्रीय सह संगठन महांमत्री के दायित्व से मुक्त कर दिया गया है। अब वे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते हुए हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के प्रभारी का दायित्व निभाएंगे। सौदान सिंह का मुख्यालय चंडीगढ़ बनाया गया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा की गईं नियुक्तियां
सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा गुरुवार को जो संगठनात्मक नियुक्तियां की गई हैं, उससे मध्य प्रदेश सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन का प्रभार अब शिवप्रकाश देखेंगे। इससे पहले राष्ट्रीय संगठन महांमत्री रहते हुए रामलाल और उनके बाद बीएल संतोष मध्य प्रदेश संगठन को देखते रहे हैं।
2018 के चुनाव से पहले रामलाल ने पूरे प्रदेश का दौरा किया था। 2020 में हुए उपचुनाव से पहले राष्ट्रीय संगठन महांमत्री बीएल संतोष ने भी भोपाल में दो दिनों के लिए प्रवास किया था और सारे असंतुष्ट नेताओं को बुलाकर बातचीत की थी।