नर्मदा के घाटों के दोनों ओर करीब 500-500 मीटर के क्षेत्र में 4 से 5 फीट पानी भर गया। रात 12 बजे तक स्थिति यह थी कि सड़कों पर पानी भर जाने के कारण हाेमगार्ड ने नाव भी चलाई। इसमें कई इलाकों में नाव से लाेगाें काे रेस्क्यू कर निकाला। 1973 में घाटों की पिचिंग में दरार आने के कारण 30 अगस्त को नर्मदा का जलस्तर 987 फीट को पार कर गया था। बाढ़ का पानी डेढ़ किमी अंदर तक घुस आया था।