छात्रों की मांग पर मुख्यमंत्री बोले-जनरल प्रमोशन से खतरे में पड़ सकता है छात्रों का भविष्य
भोपाल। विश्वविद्यालय व कॉलेज के कई स्टूडेंट्स सोशल मीडिया के माध्यम से जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि परीक्षा की जो तारीखें दी गई हैं, वे इसी बात को ध्यान में रखकर दी गई हैं कि कोई भी छात्र को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े
ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को एक के बाद एक 6 ट्वीट किए। उन्होंने लिखा है कि परीक्षा की जो तारीखें दी गई हैं, वे इसी बात को ध्यान में रखकर दी गई हैं कि कोई भी छात्र को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो। उनका भविष्य तभी खतरे में होगा, जब उनकी परीक्षा रद्द कर जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। छात्रों की परीक्षा न लेकर और जनरल प्रमोशन देकर उनका आगे का जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता। सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता लगातार छात्रों को कोविड-19 का डर दिखाकर जनरल प्रमोशन की मांग करने के लिए बरगला रहे हैं। छात्र को आगे बढ़ने के लिए उच्च शिक्षा की जरूरत होती है।
कोरोना से मृत्युदर कम करना है : सीएम
कोरोना से मृत्युदर को कम करना है। इलाज में जरा भी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना डेथ एनालिसिस करते हुए कही। सीएम ने सबसे पहले मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन व चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ कोरोना से वहां हुईं मृत्यु का विस्तृत विश्लेषण किया। एसीएस, स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना मृत्युदर 4.3% है, जबकि देश की मृत्युदर 2.8% है। प्रदेश में एक्टिव प्रकरणों में भी कमी आई है।