पूरे मध्यप्रदेश में देखने को मिला जनता कफ्र्यू को समर्थन

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चीन के वुहान से आया कोरोना वायरस देष भर में तेजी से अपने पैर पसार रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधे घंटे के उद्बोधन में इस वायरस को लेकर कई बातें बताई है। नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा था कि षुरूआती दौर में इस वायरस के कम मरीज ही सामने आए थे, लेकिन एक समय बात इस वायरस से पीड़ितों की संख्या में एकदम से इजाफा हुआ है। इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एहतियात के तौर पर 22 मार्च यानी रविवार को देष की 130 करोड़ जनता से जनता कफ्र्यू का आहवान किया था और सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक घर में ही रहने का आग्रह किया था। पूरे मध्यप्रदेष में इसका असर देखने को मिला। रविवार को पूरे प्रदेष की सड़के सूनसान दिखाई दी। बहरहाल कोरोना वायरस ने भले ही एक दिन के लिए लेकिन षहरों की रफ्तार पर ब्रेक जरूर लगवा दिए। आईए आपको बताते है कि जनता कफ्र्यू के दौरान षहरों के कैसे हाल रहे। हमारी इस खास रिपोर्ट में।
सागर में रविवार सुबह से ही शहरवासी अपने अपने घरों से बाहर नही निकले और जनता कफ्र्यू को सफल बनाने में जुटे रहे। सागर की तमाम गलियां चैक, चैराहे सूने पड़े रहे और लोग घरों में ही दुबके रहे। बच्चे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन को पूरा करने में जुटे रहे और घरों में ही खेलकूद करते रहे। लोगों का कहना था कि मोदी जी की अपील अच्छी है वो जो भी कर रहे है उनके बचाव के लिए कर रहे है।
जनता कफ्र्यू के दौरान पूरा मंदसौर जिला पूर्णतया बंद रहा। लोग कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जनता कफ्र्यू का समर्थन करते नजर आए। मंदसौर जिले के शहर कस्बे और छोटे-छोटे ग्रामीण इलाके भी पूर्णतया बंद रहे। मंदसौर रेल्वे स्टेशन पर भी पुलिस और स्वास्थ विभाग द्वारा यात्रियों का चेक अप किया गया।
जनता कफ्र्यू का असर झालावाड़ जिले के चैमेहला, गंगधार कस्बे में भी देखने को मिला। सुबह से ही प्रतिष्ठान बंद दिखाई दिए, सड़के भी सूनी पड़ी रही। पुलिस की ओर से भी चाक-चैबंद व्यवस्था की गई थी। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें पूर्णतया बंद रही। लोग आगे रहकर जनता कफ्र्यू का समर्थन करते नजर आए। कफ्र्यू का असर रेलवे मार्ग पर भी देखने को मिला। दिल्ली मुंबई रेल मार्ग सूना दिखाई दिया। कई लोकल व पार्सल पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई। जब हमारे संवाददाता सुरेश सिंह ने कस्बेवासियों व व्यापारियों से चर्चा की तो उन्होंने जनता कफ्र्यू के माध्यम से इस वायरस को समाप्त करने की पहल को अच्छा बताया।
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर अयोध्या जनपद में व्यापक असर देखने को मिला। जनता कफ्र्यू और जिला प्रशासन की एडवाइजरी को लेकर अयोध्यावासी पूरी तरह सजग दिखाई दिए। एसएसपी आशीष तिवारी ने कहा है कि अब तक कोई ऐसी स्थिति सामने नहीं आई है कि जनता कफ्र्यू को लेकर लोगों पर दबाव बनाने की आवश्यकता पड़े। जनता कफ्र्यू के दौरान अयोध्या में सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग बाहर निकलने से बच रहे थें। अयोध्या का मुख्य शहर फैजाबाद भी लॉकडाउन हो चुका हैं। व्यापारियों के साथ आवासीय क्षेत्र के लोगों ने भी जनता कफ्र्यू का पूरी तरह समर्थन दिया।
गोगावां में भी जनता कफ्र्यू का असर देखने को मिला। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरे नगर की जनता घरों में ही कैद रही। वही थाना प्रभारी दिलीप गंगराड़े पूरे दिन अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाले दिखे। पुलिस वाहन ने नगर भ्रमण करते हुए जनता से अपने अपने घरों में रहने की अपील की और जनता कफ्र्यू का पूरी तरह समर्थन करने की बात कही। इसके साथ ही कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखने की भी बात कही और वायरस से बचाव के तरीकों को अपनाने की समझाइश दी। यहां टैक्सी एवं बसों के बंद होने के कारण पूरा नगर सूनसान नजर आया।
नौरोजाबाद में भी प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर हुआ। नौरोजाबाद और पिनोरा में भी लोगों ने घर में रहकर जनता कफ्र्यू का समर्थन किया। यहां के मुख्य बाजार और सड़के पूरी तरह सूनी दिखाई दी। चाय पान की दुकानों से लेकर सब्जी बाजार की दुकान भी बंद रही। लोगों ने अपने घरों में रहकर ही किया जनता कफ्र्यू का समर्थन किया।
षामगढ़ में भी कोरोना का देखते हुए लगाए गए जनता कफ्र्यू का जोरदार समर्थन दिखाई दिया। जनता ने अपने और अपने जीवन की सुरक्षा के लिए दमखम के साथ नगर बंद रखा। सभी नगरवासियों ने शाम 5 बजे थाली, ताली और शंख बजाकर दिन रात सेवा करने वाले पुलिस और डाॅक्टरों का उत्साहवर्धन किया। वहीं रेलवे द्वारा जनता के हित के लिए कुछ दिनों के लिए लॉक डाउन कर ट्रेनों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है। ट्रेनों की रोक से स्टेशनों पर सन्नाटा पसर गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच इससे लड़ने के लिए रविवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था। कि अगर घर से बाहर निकलना जरूरी न हो तो बाहर न जाएं। पीएम मोदी की इस अपील का असर मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में देखने को मिला जहां व्यापारियों ने पीएम मोदी के आह्वान का पालन करते हुए जनता कर्फ्यू का समर्थन किया और अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। वही जनता कर्फ्यू का असर सड़को पर भी देखने को मिला, जहां वाहन के पहिए थमे, सड़को पर सन्नाटा छाया गया। इस जनता कर्फ्यू का ग्रामीण अंचलों के ग्रामीणों ने भी पालन किया और अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी। वही नगर के समीपस्थ ग्राम गोपालपुर में भी सडके सुनी रही, मार्केट बंद रहा साथ ही लाडकुई में लगने वाले हाट बाजार भी बंद रहा। जनता कर्फ्यू का सभी लोगों ने मिलकर समर्थन किया।
कोरोना वायरस से पूरा विश्व परेशान है, वही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली में नगर के समूर्ण व्यापारी ने पूर्ण रूप से अपना प्रतिष्ठान बंद रखा। नगर के समस्त नागरिक भी दिन भर अपने अपने घरों पर रहें। सारा दिन नगर में सन्नाटा पसरा रहा। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड में भी लोग नहीं दिखे। वही एक ओर जहां नगर के सभी प्रतिष्ठान पान चाय की गुमटियां तक बंद रही तो दूसरी ओर शराब दुकान खुली रही जिसका लोगो के द्वारा गलत बताया गया। समुदायिक स्वस्थ केंद्र पाली में दिन भर डाक्टर तैनात रहे और बाहर से आने वाले आगुन्तको का चेकअप किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीके जैन ने बताया कि पाली में आज लगभग 20 लोग बाहर से आये जो की घर जाने से पहले समुदायिक स्वस्थ केंद्र आकर अपना परीक्षण उपरांत घर गए। हालांकि 20 लोगो के चेकअप के दौरान सभी निगेटिव पाए गए है। दिन भर के इंतजार के बाद शाम पांच बजे नगर के सभी नागरिक महिलाएं बच्चों समेत अपने अपने घरों के छत पर निकल कर कही शंख तो कही थाली चम्मच बजाते हुए कोरोना गो कोरोना गो के नारे भी लगाते हुए नजर आए।

वही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में जनता कर्फ्यू के समर्थन के दौरान शाम 5 बजे लोगों से जो लोग इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे हैं उनके सम्मान में ताली, थाल, शंख बजाने की अपील की। इस अपील का रायसेन में भारी समर्थन देखने को मिला। वहीं शाम 5 बजते ही रायसेन में लोगों ने अपने घरों की छतों पर निकलकर शंख मजीरे, तालियां, ढोल जिसको जो मिला उसने वही बजाकर जनता कर्फ्यू का समर्थन किया। लोगों ने अपने घरों से थाल, शंख, लोटा, बर्तन, सभी ने बजाकर वायरस को भारत से भगाने के लिए प्रधानमंत्री का पुरजोर समर्थन किया।
लखनादौन में प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी के आग्रह का असर दिखा। सुबह 7 बजे से ही लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले। इस कारण शहर की सभी गलियां सूनी रही। वहीं दूसरी तरफ लखनादौन हाईवे रोड पर भी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद रही। प्रधानमंत्री के आग्रह पर ठीक 5 बजे से लोगों ने ताली थाली एवं ढोल फटाखों की ध्वनियांें से पूरा शहर गूंजायमान रहा। पूरे शहर के नागरिकों ने अपने-अपने घरों की छतों पर खड़े होकर तालियां बजायीं छोटे छोटे बच्चे भी पीछे नहीं रहे।
वीओ-कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू का पालन करने को कहा गया था। उसका पालन पंधाना के नागरिको ने भी किया। प्रधानमंत्री की अपील का असर पंधाना एवं आसपास क्षेत्रों में भी देखने को मिला। स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़ परिवहन से लेकर सभी प्रतिष्ठान बंद रहे, सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया गया है इसको दृष्टिगत रखते हुए नगर परिषद पंधाना द्वारा नगर में नालियों की साफ सफाई उपरांत दवाइयों का छिड़काव किया गया। इसके साथ ही नगर के प्रमुख चैराहों को फायर फाइटर के माध्यम से पानी में दवाई मिलाकर साफ किया गया एवं फांगिंग मशीन द्वारा भी रहवासी क्षेत्रों में में छिड़काव किया गया। नगर परिषद पंधाना के सीएमओ एमएस बडोले स्वास्थ्य प्रभारी अंकित बरौले एवं नगर परिषद की टीम द्वारा नगर को स्वच्छ एवं साफ रखने के हर संभव प्रयास करते हुए नजर आए।
खरगोन में भी जनता कफ्र्यू का समर्थन देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के नाम पर 14 घंटे के लिये जनता कफ्र्यू का आव्हान किया, जिसे देशवासियो ने बखूबी निभाते हुए एक सच्चे नागरिक होने का परिचय दिया। इसी के चलते रविवार को खरगोन जिले में भी जनता कर्फ्यू का खासा असर देखने को मिला। इस दौरान जिले सहित ग्रामीण तबके तक जहां व्यापारियो ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे वही घरेलू आवश्यक कार्य हेतु इक्का दुक्का लोग सड़को पर दिखाई दिये और सच्चे नागरिक होने की मिसाल कायम की। वहीं शाम 5 बजे सभी नागरिक अपने-अपने घरों के बाहर आए और थालियां, तालियां, घंटिया, म्यूजिक, ताशे आदि बजाकर तथा फटाखे फोड़कर कोरोना वायरस की रोकथाम में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस कर्मी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों का अभिवादन किया।
उज्जैन में भी जनता कफ्र्यू को षहवासियों का पूरी तरह समर्थन मिला। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगो ने अपने आप को घरों में कैद कर लिया। रविवार को शहर में हर जगह सन्नाटा पसरा रहा। षहर के सभी चैराहे, रोड, रेलवे स्टेशन सभी जगह सूनसान पड़ा रहा। कृषि मंडी, चामुंडा चैराहा, टॉवर चैराहा, शहिद पार्क सभी जगह सूनसान दिखाई दिया।
कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से जनता द्वारा जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी, जिसको पूरे देश की जनता ने सफल बनाया। वही बाराबंकी जिले में भी जनता कर्फ्यू को शहर से लेकर छोटे कस्बे व गांव तक के सभी लोगो ने घर से न निकल कर सफल बनाया। इस कारण सड़को व मार्केट के साथ गांवों में सन्नाटा पसरा रहा। पूरा दिन लोग घरों में ही रहे और शाम 5 बजे 5 मिनट तक घंटी, ताली, शंख व थाली बजा कर कोरोना वायरस के बीच लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिस, मीडिया, सरकारी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
मवई क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को जनता कर्फ्यू का ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगो ने पूर्ण समर्थन किया। पटरंगा, मवई कस्बा, मवई चैराहा मियां का पुरवा, नेवरा. बाबाबाजार आदि क्षेत्रों में जनता कर्फ्यू के प्रति लोग काफी जागरूक नजर आये। सड़को पर पूरा दिन सन्नाटा पसरा रहा। वहीं व्यापारियों ने भी प्रधानमंत्री जी के निर्णय की सराहना करते हुए अपनी अपनी दुकानें बंद रखी। पुलिस चैराहों पर गस्त करते नजर आईं। पटरंगा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने पटरंगा मंडी सहित कई क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ सक्रिय नजर आये। उन्होंने ताली बजाकर लोगो को अभिवादन करते हुए जनता कर्फ्यू का पूर्ण सर्मथन देने के लिए आभार जताया।

डिंडौरी में जनता कर्फ्यू का असर पूरी तरह से देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रो के लोग अपने घरों से नही निकले। वही प्रशासन द्वारा जिले की सीमा सील किये जाने से आवागमन भी पूरी तरह से बंद रहा। संभागीय मुख्यालय जबलपुर में कोरोना वायरस से पीड़ितों की पहचान होने के बाद से जिला प्रशासन अलर्ट हो गया। कलेक्टर बी कार्तिकेयन द्वारा जिले की सम्पूर्ण राजस्व सीमा में धारा 144 लागू कर 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर जनता कर्फ्यू के साथ ही जिले की सीमा को भी सील कर दिया। वही जनता कर्फ्यू में सभी का पूर्ण सहयोग मिलता दिखा शहर की सड़के सुनी दिखी, बसों के पहिए थमने से आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ ही चाय और पान की गुमठियां भी बंद दिखी। दवाइयों, फल, सब्जी, और दूध विक्रेताओं को छूट मिलाने के बाद भी डिंडौरी लॉक डाउन के समर्थन में अपनी दुकानें बंद कर कोरोना वायरस के संक्रामक को फैलाने से रोकने के लिए समर्थन दिया।
बड़नगर इंगोरिया पुलिस प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्रशासन कोरोना को लेकर पूरी सतर्कता बरत रहे हैं और लोगों से बार-बार निवेदन कर रहे है कि कृपया घर से बाहर ना निकले, लेकिन इंगोरिया चैपाटी पर पुलिस द्वारा आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है और उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद भी बड़नगर की आम जनता बिना मास्क लगाए घर से निकल रही है। सभी लोग कोरोना को हल्के में ले रहे है। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहा है, इसके बावजूद भी लोग बिना किसी सेफ्टी के घर से बाहर निकल रहे है और अन्य जिलों तक जाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन इंगोरिया पुलिस उन सभी को जहां से आए वहीं वापस लौटा रही है। उज्जैन जिले में कलेक्टर शशांक मिश्र ने 25 तारीख तक उज्जैन जिले को लॉक डाउन कर रखा है लेकिन इसके बाद भी आलम ये है कि जनता इस खतरनाक वायरस के बारे में जानने के बावजूद भी नहीं मान रही है। इंगोरिया गांव में भी कुछ दुकानें खुली थी, जिसे पुलिस प्रशासन ने बंद करवाया।

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